iGrain India - शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से चालू रबी मार्केटिंग सीजन - बहुराष्ट्रीय कंपनियों। व्यापारियों द्वारा अप्रैल 2024 में रेलवे रैकों के माध्यम से बाहर भेजें जाने वाले गेहूं इंडेंट पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गयी है। जिला अधिकारी द्वारा विभिन्न सम्बद्ध पक्षों को भेजें गये पत्र में कहा गया है कि इस जिले में 1 मार्च से औपचारिक तौर पर गेहूं की सरकारी खरीद का कार्य आरम्भ हो गया है। गेहूं उत्पादकों को 2275 रुपए प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने के लिए शाहजहांपुर जिले में कुछ 200 क्रय केंद्र खोले गये हैं। पिछले वर्षों में बहुराष्ट्रीय कंपनियों एवं व्यापारियों द्वारा इससे रेलवे रैकों के जरिये भारी मात्रा में गेहूं को बाहर भेजे जाने के कारण सरकारी क्रय केन्द्रों पर बहुत कम मात्रा में अनाज पहुंच सका और एजेंसियों को इसकी खरीद में कठिनाई हुई।
चालू रबी सीजन के दौरान शाहजहांपुर जिले में गेहूं का पर्याप्त उत्पादन होने की उम्मीद है। जिला प्रशासन चाहता है कि किसानों को उसके उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य प्राप्त हो और बिचौलियों द्वारा उत्पादकों से कम दाम पर की जाने वाली खरीद पर अंकुश लगे। जिला प्रशासन रोकने के लिए भी दृण संकल्प है। इसे ध्यान में रखते हुए इस बहुराष्ट्रीय कंपनियों/व्यापारियों द्वारा जनपद (शाहजहांपुर) से रैक के माध्यम से अप्रैल माह में गेहूं की इंटेंट लगाए जाने पर अस्थायी रोक लगाया जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि सरकारी क्रय केन्द्रों पर अधिक से अधिक मात्रा में गेहूं का स्टॉक पहुंच सके और किसानों को एमएसपी का लाभ प्राप्त हो सके। गेहूं के भंडारण एवं परिवहन पर रोक लगा भी सकती है। पिछले साल जनपद में 50 रैक में गेहूं को दुसरे राज्यों में भेजा गया। अप्रैल 2024 के लिए प्रस्तुत किये जाने वाले इंटेंट पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गयी है।