iGrain India - हिसार । हालांकि हरियाणा सरकार ने रबी सीजन की सबसे प्रमुख तिलहन फसल-सरसों की खरीद 26 मार्च से शुरू करने की घोषणा की है मगर गेहूं, चना तथा जौ की खरीद 1 अप्रैल से आरंभ करने का निर्णय लिया है।
इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर दी गई है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस बार हरियाणा में सरसों की खरीद के लिए 106 क्रय केन्द्र, गेहूं की खरीद के लिए 417 क्रय केन्द्र, चना की खरीद के लिए 11 क्रय केन्द्र तथा जौ की खरीद के लिए 25 क्रय केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में गेहूं तथा सरसों की तुलना में चना तथा जौ का उत्पादन कम और सीमित क्षेत्रों में होता है। इन सभी फसलों की खरीद केन्द्र द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाएगी।
मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के आधार पर रबी फसलों की खरीद होगी। प्राप्त सूचना के अनुसार अब तक हरियाणा में इस पोर्टल पर करीब 4.75 लाख किसानों ने 18.06 लाख एकड़ से अधिक क्षेत्र में सरसों के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है जबकि गेहूं के लिए 7.83 लाख किसानों द्वारा 41.64 लाख एकड़ से अधिक क्षेत्रफल का पंजीकरण करवाया गया है। रबी फसलों की खरीद हरियाणा के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, हैफेड तथा हरियाणा राज्य भंडारण निगम डाटा की जाएगी।
गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य पिछले साल के 2125 रुपए प्रति क्विंटल से 150 रुपए बढ़ाकर इस बार 2275 रुपए प्रति क्विंटल तथा सरसों का समर्थन मूल्य 5450 रुपए प्रति क्विंटल से 200 रुपए बढ़ाकर 5650 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। इसी तरह चना एवं जौ के समर्थन मूल्य में भी बढ़ोत्तरी की गई है। राज्य में गेहूं एवं सरसों की शानदार पैदावार होने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है।