iGrain India - नई दिल्ली। चालू सप्ताह के दौरान लालमिर्च की कीमतों में गिरावट रही। सूत्रों का कहना है कि प्रमुख उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश की मंडियों में अभी तक की आवक हो देखते हुए संभावना व्यक्त की जाने लगी है कि पैदावार पूर्वानुमानों की तुलना में अधिक रहेगी। पूर्व में उत्पादन अनुमान 1.75/1.80 करोड़ बोरी के लगाये जा रहे थे जोकि वर्तमान में 1.90/2 करोड़ बोरी होने के अनुमान लगाए जाने लगे हैं।
कीमतों में गिरावट
चालू सप्ताह के दौरान लालमिर्च की कीमतों में मंदा रहा है। सूत्रों का कहना है कि रमजान बन माह होने के कारण बांग्ला देश की मांग काफी कम रह गई है। चीन को भाग भी सीमित चल रही है। लोकल स्टाकिस्टों की लिवाली भी कम रह गई है क्योंकि अधिकांश कोल्ड स्टोर फुल हो चुके हैं। जिस कारण से गुंटूर मंडी में लालमिर्च तेजा का भाव 200 रुपए से घटकर 195 रुपए पर बोला जाने लगा है। जबकि खम्मम में तेजा का भाव 198 रुपए से नरमी के साथ 197 रुपए पर बोला गया। वारंगल में तेजा क्वालिटी का भाव 192 रुपए से घटकर 185 रुपए पर आ गया है।
उत्पादन अनुमान
प्रमुख उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में नई फसल की आवक को लगभग 3 माह का हो चुके है। अभी तक मंडियों में आवक बराबर बनी हुई है। जिस कारण से लालमिर्च का उत्पादन पूर्वानुमानों की तुलना में अधिक होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश में लालमिर्च का उत्पादन 2 करोड़ बोरी के आसपास माना जा रहा है जबकि गत वर्ष उत्पादन 1.50/1.60 करोड़ बोरी का रहा था। तेलंगाना में उत्पादन गत वर्ष के 55/60 लाख बोरी के मुकाबले 80/85 लाख बोरी (प्रत्यके बोरी 45 किलो) होने की संभावना है।
स्टॉक
अधिक पैदावार के कारण उत्पादक केन्द्रों पर इस वर्ष लालमिर्च का स्टॉक अधिक हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुंटूर में लालमिर्च का स्टॉक लगभग 70 लाख बोरी का हो गया है। इस स्टॉक 50 लाख बोरी नया एवं 20 लाख बोरी पुराना स्टॉक माना गया है। इसके अलावा खम्मम में स्टॉक 18/19 लाख बोरी के अलावा वारंगल में भी स्टॉक 19/20 लाख बोरी होने के समाचार है।
भाव गत वर्ष से कम
अधिक पैदावार के कारण इस वर्ष उत्पादक केन्द्रों की मंडियों में लालमिर्च के भाव गत वर्ष की तुलना में कम चल रहे हैं। गत वर्ष मार्च माह के अंत में गुंटूर मंडी में लालमिर्च तेजा का भाव 230 रुपए चल रहा था जोकि वर्तमान में 195 रुपए बोला जा रहा है। खम्मम मंडी में गत वर्ष भाव 224 रुपए बोला जा रहा था जोकि वर्तमान में 197 रुपए चल रहा है। वारंगल मंडी में गत वर्ष मार्च माह के अंत में तेजा क्वालिटी का भाव 224 रुपए बोला जा रहा था जोकि वर्तमान में 185 रुपए के स्तर पर आ गया है।
वर्तमान भावों में अधिक मंदा नहीं
कारोबारियों का कहना है कि अधिक पैदावार का बाजार में मंदा आ चुका है। अब वर्तमान भावों में अधिक मंदे के आसार नहीं है। बांग्ला देश की निर्यात आने तक बाजार 3/5 रुपए घट सकते हैं। सूत्रों का मानना है कि रमजान समाप्त होने के पश्चात निर्यात में मांग में वृद्धि होगी। साथ ही आवक भी घटने लगेगी। जिस कारण से अप्रैल अंत में बाजार सुधरने चाहिए। प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 मई से 5 जून तक गुंटूर मंडी में अवकाश रहेगा। जून माह में मंडी खुलने के पश्चात लालमिर्च की कीमतों में तेजी शुरू हो जाएगी और भाव धीरे-धीरे बढ़ते रहेंगे और तेजा क्वालिटी का भाव आगामी दिनों में 230/240 रुपए बन जाने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
निर्यात
निर्यात मांग अच्छी होने के कारण लालमिर्च के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-दिसम्बर- 2023 के दौरान लालमिर्च का निर्यात 381509 टन बार हुआ है जबकि अप्रैल-दिसम्बर 2022 के दौरान निर्यात 336064.83 टन का रहा था। वर्ष 2022-23 में (अप्रैल-मार्च) के दौरान कुल निर्यात 516184.91 टन का रहा। जबकि वर्ष 2021-22 में निर्यात 557148.98 टन का हुआ था।