iGrain India - नई दिल्ली। मार्च के लिए 23.50 लाख टन चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा जारी हुआ था जिसे अप्रैल के लिए 1.50 लाख टन बढ़ाकर 25 लाख टन घोषित किया गया है। चीनी उत्पादन का सीजन अभी चल रहा है और ब्राजील में रिकॉर्ड उत्पादन होने से वैश्विक बाजार भाव पर दबाव बना हुआ है। भारत एम् चीनी के निर्यात पर पिछले 10 महीनों से प्रतिबंध लगा हुआ है जबकि घरेलू मांग सीमित बनी हुई है।
मिल डिलीवरी मूल्य
इसके फलस्वरूप 23 से 29 मार्च वाले सप्ताह के दौरान चीनी के हाजिर भाव एवं मिल डिलीवरी मूल्य में आमतौर पर नरमी का माहौल देखा गया। हालांकि चीनी का मिलगत भाव पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं बिहार में 20-20 रुपए बढ़ गया मगर पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश में 10-15 रुपए नरम रहा गुजरात में भी इसमें 20-40 रुपए की गिरावट रही।
हाजिर भाव
दिल्ली में चीनी का हाजिर भाव 4020/4120 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा मगर इंदौर में 30 रुपए गिरकर 3750/3800 रुपए प्रति क्विंटल एवं रायपुर (छत्तीसगढ़) में 25-30 रुपए घटकर 3750/3825 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
मुम्बई
मुम्बई (वाशी) मार्केट में भी चीनी का दाम 20 रुपए फिसलकर 3530/3730 रुपए प्रति क्विंटल और नाका पोर्ट डिलीवरी भाव इतनी ही गिरावट के साथ 3480/3680 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
टेंडर
वैसे चीनी का टेंडर मूल्य महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में 20-40 रुपए तेज रहा। मार्च का अंतिम सप्ताह होने से मिलर्स को अपने मासिक कोटे के शेष बचे भाग को जल्दी-जल्दी निकलना पड़ा जबकि टेंडर मूल्य पहले ही घटकर काफी नीचे आ चुका था। सरकार चीनी के दाम को नियंत्रित करने के लिए सभी नीतिगत उपाय आजमा रही है। चुनाव समाप्त होने एवं उसका प्रयास जारी रहेगा।