iGrain India - मनीला । दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित देश- फिलीपींस में वियतनामी चावल के आयात की निर्भरता बहुत बढ़ गई है और वहां सरकार इसे घटाने के लिए अन्य आपूर्तिकर्ता देशों की तरफ देख रही है।
फिलीपींस स्थित वियतनामी ट्रेड ऑफिस ने इस सम्बन्ध में वियतनाम के सम्बन्धित मंत्रालयों, नियामक एजेंसियों, नीति निर्माताओं तथा व्यापारियों- निर्यातकों के संगठनों को सूचित तथा आगाह कर दिया है।
वियतनाम के ट्रेड काउंसलर के अनुसार यद्यपि फिलीपींस में चावल का उत्पादन होता है मगर वह घरेलू मांग एवं खपत को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है और इसलिए उसे विदेशों-विशेषकर वियतनाम एवं थाईलैंड से विशाल मात्रा में चावल मंगाने की आवश्यकता पड़ती है।
फिलीपींस में वियतनामी चावल को प्राथमिकता इसलिए दी जाती है कि दोनों देशों के आयातकों निर्यातकों के बीच लम्बे समय से गहरे एवं मधुर सम्बन्ध बने हुए हैं और वियतनाम के निर्यातक फिलीपींस के खरीदारों के भरोसे पर खरा उतरते रहे हैं। दोनों पक्ष एक-दूसरे को भली-भांति जानते-समझते हैं।
वियतनाम का चावल फिलीपींस के लोगों को काफी पसंद आता है और लम्बे समय से वे इसका उपयोग कर रहे हैं। वियतनाम से फिलीपींस को पर्यटक मूल्य स्तर के चावल का निर्यात किया जाता है। जो सस्ता भी होता है और महंगा भी।
वियतनामी चावल की क्वालिटी एवं कीमत लगभग स्थिर है और इसलिए फिलीपींस की वार्षिक जरूरतों को पूरा करना सहज हो जाता है। आसियान संगठन का सदस्य होने के कारण दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय व्यापार समझौते भी हुए हैं जो भारत या पाकिस्तान के साथ नहीं हैं।
फिलीपींस की सरकार वियतनाम सहित कुछ अन्य देशों और खासकर भारत से चावल का आयात बढ़ाने की इच्छुक है और इसलिए आयात शुल्क में कटौती कर सकती है।