iGrain India - अहमदाबाद । देश के पश्चिमी प्रान्त- गुजरात में चालू वर्ष के दौरान 1 अप्रैल 2024 तक ग्रीष्मकालीन (जायद) फसलों का कुल उप्तादन क्षेत्र 9.98 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो वर्ष 2023 की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 10.09 लाख हेक्टेयर से 11 हजार हेक्टेयर कम तथा पिछले 3 वर्षों के सामान्य औसत क्षेत्रफल 11.10 लाख हेक्टेयर का करीब 90 प्रतिशत है।
राज्य कृषि विभाग के नवीनतम साप्तहिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 के मुकाबले 2024 के जायद सीजन सीजन के दौरान गुजरात में धान का उत्पादन क्षेत्र 79 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 93 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा मगर बाजरा का बिजाई क्षेत्र 2.71 लाख हेक्टेयर से गिरकर 2.63 लाख हेक्टेयर रह गया।
मक्का की खेती 6 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में हुई जो गत वर्ष के लगभग बराबर ही है। इस तरह अनाजी फसलों का कुल रकबा गत वर्ष के 3.56 लाख हेक्टेयर से सुधरकर इस बार 3.63 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
जहां तक दलहनों का सवाल है तो इसका उत्पादन क्षेत्र पिछले साल 61,672 हेक्टेयर रहा था जो इस बार कुछ सुधरकर 62,104 हेक्टेयर हो गया। इसके तहत मूंग का बिजाई क्षेत्र 41,840 हेक्टेयर से गिरकर 41,493 हेक्टेयर रह गया जबकि उड़द का रकबा 19,832 हेक्टेयर से सुधरकर 20,611 हेक्टेयर पर पहुंच गया।
ग्रीष्मकालीन तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र भी पिछले साल के 1.60 लाख हेक्टेयर से सुधरकर इस बार 1.62 लाख हेक्टेयर के करीब पहुंचा।
इसके तहत मूंगफली का बिजाई क्षेत्र तो 48 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 52 हजार हेक्टेयर हो गया मगर तिल का क्षेत्रफल 1.12 लाख हेक्टेयर से गिरकर 1.10 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।
इसके अलावा गुजरात में प्याज, गन्ना, ग्वार, सब्जियों, चारे की फसल तथा कुछ अन्य फसलों की बिजाई भी हुई है।