iGrain India - नई दिल्ली । शीर्ष उद्योग संस्था- इन्डियन शुगर एंड बायो एनर्जी मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (इस्मा) ने चालू मार्केटिंग सीजन की पहली छमाही के दौरान चीनी के उत्पादन का जो आंकड़ा जारी किया है यह उद्योग एवं सरकार के लिए एक सुखद आश्चर्य है।
आमतौर पर 2023-24 के वर्तमान सीजन में चीनी का घरेलू उत्पादन 2022-23 सीजन से कम होने का अनुमान लगाया जा रहा था और मध्य मार्च तक इसके संकेत भी मिल रहे थे लेकिन अब चीनी का उत्पादन गत वर्ष से आगे निकल गया है। इससे सरकार की चिंता काफी हद तक दूर हो जायेगी।
इस्मा के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन में 1 अक्टूबर 2023 से 31 मार्च 2024 के दौरान देश में चीनी का उत्पादन सुधरकर 302. 02 लाख टन पर पहुंच गया जो 2022-23 सीजन की समान अवधि के उत्पादन 300.77 लाख टन से ज्यादा है।
इस अवधि के दौरान चीनी का उत्पादन 88.98 लाख टन से उछलकर 97.20 लाख टन तथा महाराष्ट्र में 104.96 लाख टन से बढ़कर 107.32 लाख टन पर पहुंचा मगर कर्नाटक में 54.90 लाख टन से घटकर 49.50 लाख टन,
गुजरात में 9.64 लाख टन से गिरकर 9.17 लाख टन तथा तमिलनाडु में 9.16 लाख टन से फिसलकर 7.87 लाख टन पर अटक गया। देश के अन्य राज्यों में भी चीन का उत्पादन पिछले सीजन के 33.13 लाख टन से घटकर इस बार 30.96 लाख टन रह गया।
इस्मा के अनुसार 2023-24 के मौजूदा सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर 532 चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग आरंभ हुई थी जिसमें 31 मार्च 2024 तक 322 इकाइयां बंद हो गई और 210 इकाइयां क्रियाशील रहीं।
2022-23 सीजन में 533 प्लांटों में गन्ना की क्रशिंग शुरू हुई थी और 31 मार्च 2023 तक 346 इकाइयां बंद हो गई थीं जबकि 187 मिलों में क्रशिंग जारी था। इस तरह क्रियाशील चीनी मिलों की संख्या भी इस बार ज्यादा है।