iGrain India - मुम्बई । उद्योग- व्यापार क्षेत्र के विश्लेषकों ने मार्च 2024 में खाद्य तेलों का कुल आयात बढ़कर 11.49 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया है जो फरवरी के आयात से 18.7 प्रतिशत ज्यादा तथा पिछले छह माह का सबसे ऊंचा स्तर है।
फरवरी के मुकाबले मार्च में सुजरमुखी तेल का आयात 51 प्रतिशत उछलकर 4.48 लाख टन तथा सोयाबीन तेल का आयात 27 प्रतिशत बढ़कर 2.20 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है जबकि पाम तेल का आयात 3.3 प्रतिशत गिरकर 4.81 लाख टन पर सिमटने का अनुमान है।
समीक्षकों का कहना है कि यह पहला अवसर है जब सूरजमुखी तेल का आयात पाम तेल के इतने करीब आया है और सोयातेल के आयात की तुलना में दोगुने से अधिक हुआ है।
मार्च 2024 में पाम तेल का आयात घटकर मई 2023 के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया जिसका कारण कीमतों में भारी अंतर रहना माना जा रहा है।
एक अग्रणी विश्लेषक के मुताबिक भारतीय बंदरगाह तक पहुंच के लिए मलेशिया- इंडोनेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) के निर्यात का ऑफर मूल्य करीब 1020 डॉलर प्रति टन चल रहा है जो ब्राजील- अर्जेन्टीना में प्रचलित क्रूड सूरजमुखी तेल के ऑफर मूल्य 1000 डॉलर प्रति टन तथा रूस- यूक्रेन में प्रचलित क्रूड सूरजमुखी तेल के ऑफर मूल्य 960 डॉलर प्रति टन से काफी ऊंचा है।
चूंकि पाम तेल का भाव अब भी ऊंचे स्तर पर है और निकट भविष्य में ज्यादा नीचे आने की संभावना नहीं है इसलिए विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय आयातक सूरजमुखी तेल मंगवाने पर ज्यादा जोर दे सकते हैं।