iGrain India - मुम्बई । अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) की विदेश कृषि सेवा के भारतीय प्रतिनिधि कार्यालय (उस्डा पोस्ट) ने 2023-24 सीजन के दौरान भारत में कपास का कुल उत्पादन 260 लाख गांठ होने का अनुमान लगाया है जो 2022-23 सीजन के उत्पादन 263 लाख गांठ से 3 लाख गांठ कम है।
ध्यान देने वाली बात है कि उस्डा पोस्ट की कपास की प्रत्येक गांठ 480 पौंड या करीब 217 किलो की होती है जबकि भारत में 170 किलो की गांठ प्रचलित है।
उस्डा पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार 2023-24 सीजन के दौरान भारत में कपास का बिजाई क्षेत्र कुछ घटकर 127 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि इसकी औसत उपज दर सुधरकर 446 किलो प्रति हेक्टेयर पर पहुंचने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के मुताबिक चालू सीजन के आरंभ में यानी 1 अक्टूबर 2023 को देश में 118.24 लाख गांठ रूई का पिछला बकाया स्टॉक मौजूद था जबकि सीजन के दौरान इसका उत्पादन 260 लाख गांठ तथा विदेशों से आयात 10 लाख गांठ होने की संभावना है।
इस तरह कपास की कुल उपलब्धता बढ़कर 388.24 लाख गांठ पर पहुंच सकती है। इसमें से 20 लाख गांठ रूई का निर्यात तथा 240 लाख गांठ का घरेलू उपयोग होने का अनुमान है जो कुल 260 लाख गांठ बैठता है। इसके बाद मार्केटिंग सीजन के अंत में यानी 30 सितंबर 2024 को देश में 128.24 लाख गांठ रूई का अधिशेष स्टॉक बच सकता है।
उस्डा पोस्ट ने 2024-25 के सीजन में भारत में कपास का उत्पादन और भी घटकर 254 लाख गांठ (480 पौंड की प्रत्येक गांठ) पर सिमट जाने का अनुमान लगाया है। चालू सीजन के लिए रूई के बकाया स्टॉक का अनुमान बहुत ऊंचा प्रतीत होता है।