iGrain India - नई दिल्ली । मौजूदा रबी मार्केटिंग सीजन 1 अप्रैल 2024 से विधिवत आरंभ हो गया है और अब ऊंचे तापमान के साथ गर्मी बढ़ने लगी है। लेकिन इससे रबी सीजन की तीनों प्रमुख फसलों- गेहूं, चना एवं सरसों के उत्पादन पर कोई खास असर पड़ने की संभावना नहीं है।
दरअसल इस बार जनवरी-फरवरी का मौसम खरीफ फसलों के लिए काफी हद तक अनुकूल रहा और मार्च में भी तापमान ज्यादा ऊंचा नहीं रहा। मार्च में बारिश कम हुई मगर फिर भी फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
अब सभी फसलों की कटाई-तैयारी आरंभ हो चुकी है। मौसम विभाग ने अप्रैल- जून की अवधि में देश के कुछ राज्यों में गर्म हवा की तेज लहर (लू) चलने की संभावना व्यक्त की है मगर इसका भी विशेष प्रभाव रबी फसलों पर नहीं पड़ेगा क्योंकि तमाम फसलें अब प्रगति के चरण से आगे बढ़कर परिपक्वता (मैच्योरिटी) की अवस्था में पहुंच गई है सरसों की अधिकांश फसल की कटाई-तैयारी पूरी हो चुकी है।
इस बार गर्मी से ज्यादा अगले दो-तीन सप्ताहों में बेमौसमी वर्षा आंधी-तूफान एवं ओलावृष्टि के प्रति चिंता है क्योंकि इससे फसलों को नुकसान हो सकता है। विगत वर्षों में ऐसा कई बार हो चुका है। इससे खासकर गेहूं की फसल को विशेष खतरा रहता है।
मौसम विभाग ने 6 अप्रैल तक कुछ क्षेत्रों में आंधी वर्षा के प्रकोप की चेतावनी दी जाती है जिस पर नजर रखने की जरूरत है। कई बार मानसून-पूर्व की बारिश भी रबी फसलों के लिए नुकसान दायक साबित होता है।