iGrain India - वैंकुवर । आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी 2024 के दौरान कनाडा से मसूर का कुल निर्यात घटकर 1.03474 टन पर अटक गया जो पिछले छह माह का न्यूनतम मासिक शिपमेंट था।
इसमें से सबसे ज्यादा 41 प्रतिशत का निर्यात भारत को किया गया जबकि अमरीका दूसरे एवं कोलंबिया तीसरे नम्बर पर रहा। चालू मार्केटिंग सीजन में अगस्त 2023 से फरवरी 2024 के सात महीनों के दौरान कनाडा से कुल मिलाकर 10.65 लाख टन मसूर का निर्यात हुआ जो 2022-23 सीजन की समान अवधि के शिपमेंट से 24.2 प्रतिशत तथा पंचवर्षीय औसत निर्यात से 13.4 प्रतिशत कम है।
कनाडा के कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन (अगस्त-जुलाई) के दौरान देश से 16 लाख टन मसूर के निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसके दो-तिहाई भाग का शिपमेंट शुरूआती सात महीनों में हो गया।
इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए निर्यात की जिस रफ्तार की जरूरत थी वास्तविक गति उससे कहीं तेज है। इसका मतलब यह हुआ कि आगे यह गति बरकरार रहने पर निर्यात लक्ष्य आसानी से हासिल हो सकता है।
जहां तक काबुली चना का सवाल है तो जनवरी के मुकाबले फरवरी में कनाडा से इसका निर्यात बढ़कर 19,555 टन पर पहुंच गया। इसमें से 38.8 प्रतिशत भाग का शिपमेंट अकेले तुर्की के लिए किया गया जो इसका सबसे प्रमुख खरीदार रहा।
वर्तमान मार्केटिंग सीजन के शुरूआती सात महीनों में यानी अगस्त 2023 से फरवरी 2024 के दौरान कनाडा से कुल मिलाकर 1,33,839 टन काबुली चना का निर्यात हुआ जो 2022-23 सीजन की सामना अवधि के शिपमेंट से 8.7 प्रतिशत तथा पंचवर्षीय औसत निर्यात से 72.5 प्रतिशत ज्यादा है।
कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के मार्केटिंग सीजन हेतु 1.35 लाख टन काबुली चना के निर्यात का लक्ष्य रखा है जिसका 99 प्रतिशत भाग हासिल हो चुका है और मार्च में कुल निर्यात नियत लक्ष्य से आगे निकल जाने की संभावना है। इसका निर्यात लक्ष्य बढ़ाया जा सकता है।