iGrain India - मुम्बई । स्वदेशी वनस्पति तेल-तिलहन उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र के एक अग्रणी संगठन- सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) ने अपने प्रथम अनुमान में 2023-24 के वर्तमान रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान सरसों का घरेलू उत्पादन बढ़कर 120.80 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की है जो 2022-23 सीजन के उत्पादन से करीब 7 प्रतिशत अधिक है।
इसके तहत राजस्थान में 46.10 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 20.30 लाख टन, मध्य प्रदेश में 17.50 लाख टन, हरियाणा में 12.20 लाख टन, पश्चिम बंगाल में 7 लाख टन तथा आसाम में 2 लाख टन का उत्पादन भी शामिल है। इसके अलावा गुजरात बिहार, झारखंड एवं पंजाब सहित कुछ अन्य राज्यों में भी सरसों का अच्छा उत्पादन होता है।
दूसरी ओर केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में 2023-24 सीजन के दौरान 126.90 लाख टन तथा कोएट ने 123 लाख टन सरसों के उत्पादन की संभावना व्यक्त की है। सरसों रबी सीजन की सबसे प्रमुख तिलहन फसल है।
इसका बिजाई क्षेत्र 2022-23 के 98 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2023-24 सीजन में 100.44 लाख हेक्टेयर के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया जबकि अनुकूल मौसम के कारण इसकी औसत उपज दर में भी सुधार आया।
उत्तर प्रदेश में इस बार सरसों के बिजाई क्षेत्र में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई और इसलिए वहां इसके शानदार उत्पादन के आसार हैं। सरसों का भाव अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे चल रहा है मगर सरकारी खरीद शुरू होने से आगे भाव सुधरने के आसार हैं।