iGrain India - लुधियाना । पंजाब कृषि विश्वविद्याल के विशेषज्ञों ने चालू वर्ष के दौरान राज्य में गेहूं की औसत उपज दर बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है।
विशेषज्ञों के मुताबिक चालू सीजन में गेहूं की फसल पर न तो कीड़ों-रोगों का प्रकोप रहा और न ही ओलावृष्टि हुई। यद्यपि बेमौसमी वर्षा एवं तेज हवा ने फसल को प्रभावित किया मगर इसका दायरा सीमित था और इसलिए प्रांतीय स्तर पर गेहूं के उत्पादन पर ज्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
हालांकि पंजाब के कृषि विभाग ने गेहूं का उत्पादन पिछले साल के 161 लाख टन से बढ़कर इस बार 162 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की है और इसके आधार पर खाद्य विभाग ने 132 लाख टन की खरीद का लक्ष्य नियत किया है
मगर कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम की बेहद अनुकूल हालत को देखते हुए पंजाब में गेहूं का उत्पादन 182.57 लाख टन के पिछले रिकॉर्ड स्तर से भी ऊपर पहुंच सकता है। पंजाब में 2023-24 के रबी सीजन के दौरान 35.08 लाख हेक्टेयर या करीब 86 लाख एकड़ में गेहूं की बिजाई हुई थी।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार फसल की प्रगति पर गहरी नजर रखी जा रही है और वर्तमान स्थिति को देखते हुए इसकी उपज दर में जोरदार वृद्धि होने की उम्मीद है।
पंजाब में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद के लिए 6307 मंडियों एवं सरकारी क्रय केन्द्रों में सक्रियता शुरू हो गई मगर अभी तक वहां नए माल की आवक आरंभ नहीं हुई है इस बार तापमान नीचे रहा और फसल के पकने में ज्यादा समय लगा। इससे वहां गेहूं का शानदार उत्पादन होने के आसार हैं।