iGrain India - नई दिल्ली । आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की समयसीमा 30 जून तक बढ़ाने की घोषणा की है जबकि वह व्यापारियों- स्टॉकिस्टों को साप्ताहिक आधार पर अपने दाल-दलहन के स्टॉक का विवरण देने का निर्देश देने पर विचार कर रही है। तुवर, उड़द एवं मसूर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा पहले ही बढ़ाई जा चुकी है।
इधर घरेलू प्रभाग में रबी सीजन के तीनों प्रमुख दलहन-चना, मसूर एवं मटर की नई फसल की जोरदार आवक शुरू हो गई है। दूसरी ओर विदेशों से पीली मटर का विशाल एवं मसूर का सामान्य आयात जारी है।
तुवर एवं उड़द का आयात भी म्यांमार से हो रहा है। इसे देखते हुए घरेलू प्रभाग में फिलहाल दाल-दलहन की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति काफी हद तक सुगम बनी हुई है और अधिकांश दलहनों की कीमतों में सीमित उतार-चढ़ाव के साथ लगभग स्थिरता बनी हुई है।
इसके बावजूद सरकार दाल-दलहन बाजार पर गहरी नजर रख रही है और इसमें तेजी की किसी भी संभावना को नियंत्रित करने का हर संभव प्रयास कर रही है।
तुवर एवं उड़द का भाव अब भी ऊंचे स्तर पर बरकरार है क्योंकि इसका घरेलू उत्पादन तथा विदेशों से आयात कम हुआ। मूंग में भी थोड़ी तेजी आई थी मगर चना, मसूर एवं मटर के दाम एक निश्चित सीमा में स्थिर हैं।
पीली मटर का आयात रूस तथा कनाडा सहित कुछ अन्य देशों से बड़े पैमाने पर हो रहा है। इस बार मसूर तथा मटर का घरेलू उत्पादन बढ़ने तथा चना का उत्पादन कुछ घटने की संभावना है।