iGrain India - रोजारियो । लैटिन अमरीका में अवस्थित अर्जेन्टीना से पड़ोसी देश- परागुए में मौसम की हालत सोयाबीन एवं मक्का की फसल के लिए पूरी तरह अनुकूल नहीं है। एक विश्लेषक फर्म के अनुसार सोयाबीन फसल की उपज दर आरंभिक अनुमान से नीचे है।
परागुए (या पराग्वे) में सोयाबीन की आधी फसल की कटाई-तैयारी फरवरी में ही पूरी हो गई थी। उस समय 2023-24 के सम्पूर्ण सीजन में 106 लाख टन सोयाबीन के उत्पादन का अनुमान लगाया गया था जिसे अब घटाकर 102.50 लाख टन निर्धारित किया गया है। फिर भी यह 2019-20 के रिकॉर्ड उत्पादन 103.80 लाख टन के बाद दूसरा सबसे बड़ा है।
सफरीन्हा सीजन के सोयाबीन एवं मक्का की फसल को प्रतिकूल मौसम से भारी खतरा पैदा हो गया है। इसमें भी मक्का की फसल ज्यादा प्रभावित हो रही है।
सोयाबीन का अधिकांश उत्पादन देश के दक्षिणी भाग में होता है जहां मौसम की हालत अपेक्षाकृत बेहतर है। दूसरी ओर सफरीन्हा मक्का की अधिकांश खेती उसके उत्तरी क्षेत्र में होती है जहां बारिश कम हुई है।
सफरीन्हा सीजन के दौरान परागुए में 8.50 लाख टन सोयाबीन के उत्पादन की संभावना व्यक्त की गई है जबकि सफरीन्हा मक्का की औसत उपज दर 91.6 बोरी प्रति हेक्टेयर या 87.3 बुशेल प्रति एकड़ रहने का अनुमान लगाया गया है जो आरंभिक अनुमान 108.3 बोरी प्रति हेक्टेयर या 103.3 बुशेल प्रति एकड़ से काफी कम है।
परागुए में सोयाबीन एवं मक्का की बिक्री की गति धीमी चल रही है क्योंकि किसान ऊंची कीमत का इंतजार कर रहे हैं। अभी वहां जो भाव चल रहा है वह लागत खर्च के लगभग बराबर है जबकि किसानों को कुछ लाभ के साथ अपना उत्पाद बेचने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
परागुए दक्षिण अमरीका महाद्वीप में ब्राजील तथा अर्जेन्टीना के बाद सोयाबीन का तीसरा सबसे प्रमुख उत्पादक देश है। वहां से अर्जेन्टीना तथा चीन से इसका निर्यात किया जाता है क्योंकि क्रशिंग-प्रोसेसिंग उद्योग ज्यादा विकसित नहीं है।