iGrain India - नई दिल्ली । चालू सीजन के लिए प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात एवं राजस्थान में बिजाई का क्षेत्रफल बढ़ने के कारण दूसरे वर्ष भी देश में ईसबगोल का उत्पादन बढ़ने के समाचार है।
अधिक पैदावार के चलते मंडियों में नए मालों की आवक बढ़ने लगी है जबकि हाल-फिलहाल धारणा तेजी की नहीं होने के कारण लिवाल कमजोर बना हुआ है।
जिस कारण से कीमतें दिन-प्रतिदिन घट रही है। जानकार सूत्रों का कहना है कि चालू सीजन के दौरान देश में ईसबगोल की पैदावार 40/42 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 70 किलो) होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। जबकि वर्ष 2023 में उत्पादन 32/35 लाख बोरी एवं वर्ष 2022 में उत्पादन 25/26 लाख बोरी का रहा था।
आवक
प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की ऊंझा मंडी में नए ईसबगोल की आवक बढ़कर 35 हजार बोरी की हो गई है। जबकि राजस्थान की मेड़ता मंडी में आवक 5000 बोरी एवं नागौर में आवक 6500/7000 बोरी की हो रही है। नौखा मंडी में आवक 7000/8000 बोरी की हो रही है।
भाव
विगत कुछ समय से ईसबगोल के भाव मंदे के साथ बोले जा रहे हैं। वर्तमान हालात को देखते हुए अभी कीमतों में तेजी की संभावना भी नहीं है क्योंकि मंडियों में आवक का दबाव ओर बनेगा। उल्लेखनीय है कि निर्यातकों की अच्छी खरीद के चलते जुलाई - 2023 में ईसबगोल का ऊंझा मंडी में भाव 255/260 रुपए एवं राजस्थान की मंडियों में 265/270 रुपए के स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन अधिक बिजाई के समाचारों के पश्चात जनवरी - 2024 में ऊंझा मंडी में भाव घटकर 140/185 रुपए एवं राजस्थान की मंडियों में भाव 150/180 रुपए पर आ गया था। मार्च माह के अंत में उत्पादक केन्द्रों पर नए मालों की आवक शुरू हो जाने के पश्चात कीमतों में दिन-प्रतिदिन गिरावट आ रही है। और ऊंझा मंडी में भाव घटकर 120/140 रुपए एवं राजस्थान की मंडियों में भाव 100/135 रुपए पर आ गया है। वर्तमान भावों पर भी उठाव नहीं है।