iGrain India - चंडीगढ़ । हालांकि मौसम विभाग ने देश के अनेक भागों में भीषण गर्मी पड़ने, तापमान ऊंचा रहने और बेमौसमी वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि पंजाब-हरियाणा पर इसका प्रभाव नहीं या नगण्य पड़ेगा और इसलिए वहां चालू रबी सीजन में गेहूं के बम्पर उत्पादन की उम्मीद बरकरार रहेगी।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय पूल में गेहूं का सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्यों में पंजाब पहले, मध्य प्रदेश दूसरे तथा हरियाणा तीसरे नम्बर पर है इसलिए वहां शानदार पैदावार एवं भारी खरीद होना आवश्यक है।
पंजाब के कुछ भागों में हाल ही में आंधी-वर्षा का प्रकोप रहा था मगर फिर भी वहां गेहूं का बम्पर- उत्पादन होने की उम्मीद की जा रही है। मार्च में भी प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप से कुछ इलाकों में गेहूं के पौधे जमीन पर बिछ गए थे लेकिन उसके बाद मौसम गर्म एवं शुष्क होने से जारी ही फसल की रिकवरी हो गई।
पंजाब में गेहूं का बिजाई क्षेत्र 2022-23 सीजन के 35.18 लाख हेक्टेयर से गिरकर इस बार 35.08 लाख हेक्टेयर रह गया मगर फरवरी-मार्च के अनुकूल मौसम की वजह से फसल की औसत उपज दर एवं कुल पैदावार से सुधार आने के आसार हैं।
अधिकांश क्षेत्रों में किसान फसल की हालत को देखकर खुश है और उत्पादन बेहतर होने की उम्मीद कर रहे हैं।
हरियाणा में भी कुल मिलाकर गेहूं की फसल अच्छी हालत में है और पंजाब की भांति वहां भी इसके शानदार उत्पादन की उम्मीद की जा रही है। दोनों राज्यों में गेहूं की अगैती बिजाई वाली फसल अब पकने लगी है और शीघ्र ही इसकी कटाई शुरू होने वाली है।