iGrain India - नई दिल्ली । रबी सीजन की सरकारी प्रमुख तिलहन फसल-सरसों का भाव घटकर सभी उत्पादक राज्यों की प्रमुख मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे चल रहा है।
मार्च भारी आवक हुई अगर हरियाणा को छोड़कर किसी अन्य राज्य में इसकी सरकारी खरीद आरंभ नहीं हुई। सरसों का एमएसपी पिछले साल के 5450 रुपए प्रति क्विंटल से 200 रुपए बढ़ाकर इस बार 5650 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है जबकि थोक मंडी भाव 4800-5200 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहा है।
कमजोर बाजार भाव को देखते हुए किसानों ने अपनी सरसों का स्टॉक रोकना शुरू कर दिया था क्योंकि केन्द्र सरकार ने समर्थन मूल्य पर इसकी खरीद करने की घोषणा की थी।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने पिछले महीने कहा था कि किसानों से इस बार अधिक मात्रा में सरसों खरीद की जाएगी। अब अधिकारियों ने संकेत दिया है कि इस 28.07 लाख टन सरसों की खरीद का प्लान है जो गत वर्ष के 11.25 लाख टन के दोगुने से भी ज्यादा है।
1 अप्रैल 2024 से इसकी खरीद आरंभ करने का निर्णय लिया गया था। इस बार देश में सरसों का रिकॉर्ड उत्पादन होने के आसार हैं इसलिए मंडियों में आवक का भारी दबाव रह सकता है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद शुरू होने से किसानों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।