iGrain India - नई दिल्ली । चालू सीजन के दौरान देश में सौंफ की पैदावार गत वर्ष की तुलना में दोगुना होने एवं उत्पादक केन्द्रों पर दैनिक आवक बढ़ने के कारण सौंफ की कीमतों में मंदा बना हुआ है और अभी भी कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष अप्रैल- 2023 में ऊंझा मंडी में सौंफ का भाव 122/175 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था जोकि वर्तमान में 65/140 रुपए बोला जा रहा है। जबकि राजस्थान की मेड़ता एवं नागौर मंडी में गत वर्ष भाव 120/150 रुपए चल रहा था जोकि वर्तमान में 60/90 रुपए पर बोला जा रहा है। उत्पादक केन्द्रों पर नए सौंफ की आवक अच्छी चल रही है। प्रमुख मंडी ऊंझा में सौंफ की आवक लगभग 40 हजार बोरी की हो रही। राजस्थान की मेड़ता एवं नागौर मंडी में आवक 1500/2000 बोरी की हो रही है। अधिक पैदावार के कारण आगामी दिनों में आवक और बढ़ेगी। जिस कारण से वर्तमान कीमतों में 8/10 रुपए प्रति किलो का मंदा आने के अनुमान लगाए जा रहे है।
निर्यात भाव आधे
हाजिर भावों के साथ-साथ निर्यात का भाव भी गत वर्ष की तुलना में आधा रह गया है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष अप्रैल- 2023 के शुरू में सौंफ का निर्यात भाव 135/136 रुपए प्रति किलो चल रहा था जोकि वर्तमान में 68/70 रुपए प्रति किलो बोला जा रहा है।
उत्पादन
उत्पादन केन्द्रों पर सौंफ की बिजाई दोगुना से भी अधिक होने एवं मौसम भी अनुकूल बना रहने से चालू सीजन में सौंफ का उत्पादन लगभग 40/42 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 55 किलो) होने के समाचार है जबकि गत वर्ष उत्पादन 20/21 लाख बोरी का रहा था। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात एवं राजस्थान के अलावा यूपी आदि में सौंफ की बिजाई 1.97 लाख हेक्टेयर पर की गई थी जबकि गत वर्ष बिजाई 90.54 लाख हेक्टेयर पर हुई थी।
निर्यात
मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-दिसम्बर- 2023 के दौरान सौंफ का निर्यात 31939.2 टन का हुआ था जबकि अप्रैल-दिसम्बर 2022 के दौरान निर्यात 16838.14 टन का रहा था। वर्ष 2022-23 (अप्रैल-मार्च) के दौरान सौंफ का कुल निर्यात 21200.62 टन का हुआ। जबकि वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड निर्यात 40138.68 टन का रहा था।