iGrain India - साओ पाउलो । मार्च के अंत एवं अप्रैल को आरंभ में ब्राजील के प्रमुख चीनी उत्पादक इलाकों में हुई भारी वर्षा से गन्ना की फसल को काफी फायदा होने की उम्मीद है।
ब्राजील दुनिया में चीनी का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। वहां लगभग 90 प्रतिशत चीनी का उत्पादन मध्य दक्षिणी भाग में होता है जबकि शेष 10 प्रतिशत उत्पादन उत्तरी एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र में होता है। ब्राजील में 1 अप्रैल से गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन का नया मार्केटिंग सीजन आरंभ हो चुका है।
एक अग्रणी विश्लेषक फर्म के अनुसार इस सामयिक वर्षा से ब्राजील के मध्य- दक्षिण क्षेत्र में गन्ना की औसत उपज दर बढ़कर पिछले नौ वर्षों में दूसरे सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
चीनी के वैश्विक कारोबार की एक अग्रणी फर्म का मानना है कि 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान मध्य दक्षिणी क्षेत्र में गन्ना की कुल पैदावार बढ़कर 62-63 करोड़ टन तक पहुंच सकती है।
इससे चीनी का उत्पादन भी सुधरकर 425 से 445 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की संभावना है। कम्पनी ने चीनी का उत्पादन 438 लाख टन होने का अनुमान लगाया है।
जो 2023-24 के सीजन के रिकॉर्ड उत्पादन के लगभग बरकरार है। उद्योग-व्यापार क्षेत्र के विश्लेषकों ने जो सबसे ऊंचा उत्पादन अनुमान लगाया है। वह इस कम्पनी के सामान्य उत्पादन आंकड़े के समकक्ष है।
उल्लेखनीय है कि जब तक मध्य दक्षिणी क्षेत्र में वर्षा नहीं हुई थी और तापमान काफी ऊंचा चल रहा था तब तक वहां गन्ना और चीनी के उत्पादन में गिरावट की आशंका व्यक्त की जा रही थी। एक महत्वपूर्ण कारोबारी कम्पनी ने कहा था कि चीनी का उत्पादन 400 लाख टन के आसपास सिमट सकता है।
ब्राजील को 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में चीनी का निर्यात बढ़ाने का बेहतरीन अनुसार मिल गया क्योंकि भारत से इसका निर्यात जून 2023 में ही बंद हो गया था और थाईलैंड में भी उत्पादन काफी घट गया था। आमतौर पर थाईलैंड को ब्राजील के बाद दुनिया में चीनी का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश माना जाता है।