iGrain India - इंदौर । एक अग्रणी उद्योग संस्था- सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) की नवीनतम मासिक रिपोर्ट के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन की पहली छमाही में यानी अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 के दौरान घरेलू मंडियों में कुल 77 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई जो पिछले सीजन के बराबर ही रही लेकिन इसकी क्रशिंग 65.50 लाख टन से बढ़कर 67.50 लाख टन पर पहुंच गई।
रिपोर्ट के मुताबिक 2023-24 के सीजन में 24.07 लाख टन के पिछला बकाया स्टॉक, 118.74 लाख टन के उत्पादन तथा 5.50 लाख टन के संभावित आयात के साथ सोयाबीन की कुल उपलब्धता 148.31 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है।
इसमें से 13 लाख टन का स्टॉक अगली बिजाई के लिए आरक्षित रखा जाएगा और शेष 135.31 लाख टन का स्टॉक विपणन उद्देश्य के लिए उपलब्ध रहेगा।
मार्च के अंत तक 5.06 लाख टन सोयाबीन का आयात, 4 हजार टन का निर्यात तथा 2.50 लाख टन का प्रत्यक्ष उपयोग हुआ और 64.83 लाख टन का स्टॉक किसानों, प्लांटों तथा व्यापारियों के पास बच गया।
अक्टूबर में 20 लाख टन, नवम्बर में भी 20 लाख टन, दिसम्बर में 12 लाख टन, जनवरी में 10 लाख टन, फरवरी में 8 लाख टन एवं मार्च में 7 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई।
जहां तक सोयाबीन का सवाल है तो सोपा ने अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 की छमाही के दौरान इसका कुल उत्पादन 53.26 लाख टन होने का अनुमान लगाया है।
इसमें से 13.48 लाख टन का निर्यात तथा 39.35 लाख टन का घरेलू उपयोग हुआ। घरेलू उपयोग के तहत 4.35 लाख टन सोयामील की खपत खाद्य उद्देश्य में तथा 35.00 लाख टन की खपत पशु आहार पॉल्ट्री फीड निर्माण उद्योग में हुई।
1 अप्रैल 2024 को उद्योग के पास 1.80 लाख टन सोयामील का स्टॉक बचा हुआ था। मार्च 2024 में 7 लाख टन सोयाबीन की आवक तथा 10.50 लाख टन की क्रशिंग हुई। इससे 8.29 लाख टन सोयामील का उत्पादन हुआ।