iGrain India - चंडीगढ़ । हालांकि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा हरियाणा जैसे राज्यों में गेहूं के नए माल की आवक और सरकारी खरीद पहले ही आरंभ हो चुकी है अगर केन्द्रीय पूल में सबसे अधिक योगदान दीं वाले राज्य- पंजाब में इसकी रफ्तार अभी जोर नहीं पकड़ पाई है।
समझा जाता है कि 13 अप्रैल को बैसाखी पर्व का वार्षिक उत्सव मनाया जाएगा और इसके बाद पंजाब की मंडियों में गेहूं की जोरदार आवक शुरू हो जाएगी।
केन्द्र सरकार ने चालू वर्ष के दौरान पंजाब में हरियाणा तथा मध्य प्रदेश में 80-80 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 60 लाख टन तथा राजस्थान में 20 लाख टन गेहूं की खरीद होने का अनुमान लगाया है जबकि पंजाब सरकार ने 12 लाख टन की खरीद के लिए आवश्यक तैयारी पूरी कर ली है।
उसका कहना है कि अगर मंडियों में इससे अधिक चना में गेहूं पहुंचता है तो उसकी खरीद पर भी विचार किया जाएगा। पिछले साल केन्द्रीय पूल के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कुल 262 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी।
उसके मुकाबले इस बार गेहूं की खरीद में अच्छी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। सरकार ने पिछले साल 34150 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया था। उससे पूर्व वर्ष 2022 में 444 लाख टन के नियत लक्ष्य की तुलना में गेहूं की वास्तविक खरीद 188 लाख टन तक ही पहुंच पाई थी।
मध्य प्रदेश में इस बार गेहूं की अच्छी खरीद हो रही है जबकि आगामी सप्ताहों के दौरान पंजाब-हरियाणा सहित अन्य प्रांतों में भी इसकी भारी खरीद आरंभ होने की उम्मीद है। इस बार बिहार में भी खरीद बढ़ाने का प्लान बनाया गया है।