iGrain India - वैंकुवर । कनाडा में 2024-25 सीजन के दौरान बिजाई क्षेत्र एवं उत्पादन बढ़ने की उम्मीद से हरी मसूर के दाम पर दबाव पड़ना शुरू हो गया है क्योंकि खरीदार ऊंचे दाम पर अगली नई फसल की खरीद का अनुबंध करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
पुरानी (मौजूदा) फसल की मोटी (बड़ी) तथा छोटी हरी मसूर का स्टॉक घटकर काफी नीचे आ गया है जिससे इसका हाजिर भाव कुछ मजबूत बना हुआ है। वैसे हरी मसूर के खरीदारों की संख्या एवं खरीद की मात्रा भी घट गई है।
अत्यन्त ऊंचे भाव के बावजूद उत्पादकों को मोटी हरी मसूर के दाम में कुछ और तेजी आने की उम्मीद है इसलिए वे अपने स्टॉक को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इससे बाजार में इसकी आपूर्ति और भी घटती जा रही है। खरीदारों का ध्यान अगली नई फसल पर केन्द्रित हो गया है।
वैसे 81-82 सेंट प्रति पौंड के रिकॉर्ड मूल्य पर स्तर पर मोटी हरी मसूर का थोड़ा-बहुत कारोबार हो रहा है जबकि छोटी हरी मसूर का भाव 80 सेंट प्रति पौंड चल रहा है।
हरी मसूर का यह एफओबी मूल्य उत्पादकों के लिए अत्यन्त आकर्षक एवं लाभप्रद है और वे इससे नीचे दाम पर अपना माल बेचने के इच्छुक नहीं है। लेकिन हरी मसूर की अगली नई फसल का भाव घटता जा रहा है।
इसके तहत मोटी हरी मसूर का एफओबी भाव घटकर 53 सेंट प्रति पौंड तथा छोटी हरी मसूर का दाम गिरकर 46 सेंट प्रति पौंड पर आ गया है। खरीदारों के लिए यह मूल्य लाभप्रद साबित हो सकता है इसलिए वे इसकी हेजिंग कर रहे हैं।
जहां तक लाल मसूर का सवाल है तो इसके हाजिर स्टॉक वाले माल का भाव 34 सेंट प्रति पौंड तथा अगली नई फसल का दाम 32-33 सेंट प्रति पौंड बताया जा रहा है।
सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- सस्कैचवान एवं अल्बर्टा में मसूर की बिजाई शीघ्र ही जोर पकड़ने की संभावना है। लाल मसूर के वैश्विक निर्यात बाजार में कनाडा को ऑस्ट्रेलिया सहित कुछ अन्य देशों की प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
भारत में ऑस्ट्रेलिया एवं कनाडा-दोनों देशों से मसूर का आयात हो रहा है जबकि इसकी घरेलू फसल की भी जोरदार कटाई-तैयारी हो रही है।