iGrain India - ढाका । भारत के पूर्वी पड़ोसी देश- बांग्ला देश में हाल के वर्षों में चावल का घरेलू उत्पादन बेहतर रहा है जिससे विदेशों से इसके सीमित आयात की आवश्यकता पड़ रही है। चावल वहां लोगों का मुख्य खाद्य आहार है।
अमरीकी कृषि विभाग के बांग्ला देश स्थित प्रतिनिधि कार्यालय (उस्डा पोस्ट) ने जो नया आंकड़ा जारी किया है उससे पता चलता है कि वहां 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में 50 हजार से 2 लाख टन के बीच चावल का आयात हो सकता है जो 2023-24 के अनुमानित आयात 10-50 हजार टन से ज्यादा मगर 2022-23 सीजन के विशाल आयात 12 लाख टन से काफी कम है। बांग्ला देश मुख्यत: भारत से चावल का आयात करता है।
उस्डा पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 सीजन के दौरान बांग्ला देश में धान का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 119 लाख हेक्टेयर पर की संभावना है और 4.7526 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज दर के साथ इसका कुल उत्पादन 565.56 लाख टन पर पहुंच सकता है।
इसकी मिलिंग से वहां 377 लाख टन चावल का निर्माण होने के आसार हैं। उस्डा पोस्ट के अनुसार 20-4-25 सीजन के आरंभ में बांग्ला देश में 13.33 लाख टन चावल का पिछला बकाया स्टॉक मौजदू रहेगा जबकि 377 लाख टन के उत्पादन तथा 50 हजार टन के आयात के साथ इसकी कुल उपलब्धता 390.83 लाख टन पर पहुंचेगी।
इसमें से 10 हजार टन चावल का निर्यात तथा 380 लाख टन का घरेलू उपयोग होगा और मार्केटिंग सीजन के अंत में 10.73 लाख टन चावल का बकाया अधिशेष स्टॉक बच सकता है।
बांग्ला देश में धान से चावल की औसत रिकवरी दर 66.66 प्रतिशत आंकी जाती है। वहां से सीजन में धान की खेती होती है और वह दुनिया के अग्रणी चावल उत्पादक देशों की सूची में शामिल रहता है।
चार-पांच साल पूर्व जब बांग्ला देश में अत्यन्त प्रतिकूल मौसम के कारण धान की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई भी तब उसे 30 लाख टन से भी अधिक चावल का आयात करना पड़ा था।