iGrain India - कम आवक के बावजूद सीमित से धान-चावल का भाव नरम
नई दिल्ली । खरीफ कालीन धान की आपूर्ति का सीजन औपचारिक तौर पर समाप्त होने के कारण विभिन्न मंडियों में माल की आवक बहुत कम हो रही है जबकि रबी कालीन धान की कटाई फसल की कटाई-तैयारी अभी जोर नहीं पकड़ पाई है। बासमती धान-चावल का सीमित कारोबार हो रहा है। रमजान का महीना समाप्त होने के बाद पश्चिम एशिया एवं खाड़ी क्षेत्र के देशों के आयातक भारतीय बासमती चावल की खरीद में एक बार फिर अच्छी दिलचस्पी दिखा सकते हैं। वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) के दौरान भारत से बासमती चावल के निर्यात में शानदार बढ़ोत्तरी हुई मगर गैर बासमती चावल का निर्यात काफी घट गया।
दिल्ली
4-10 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में पूसा 1121 धान का दाम 50 रुपए सुधर गया लेकिन 1718 का भाव 140 रुपए तथा ताज का दाम 100 रुपए प्रति क्विंटल घट गया। पंजाब के अमृतसर में 1121 धान के दाम में 173 रुपए एवं 1718 के दाम में 190 रुपए की भारी गिरावट दर्ज की गई।
यूपी
लेकिन यूपी के एटा में 1718 का दाम 100 रुपए सुधरकर 4100 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। जहांगीराबाद में ताज धान की कीमत 150 रुपए की वृद्धि के साथ 2650 रुपए पर पहुंची। हरियाणा के तरावड़ी में 1121 तथा बासमती का भाव 100-100 रुपए नरम रहा। अन्य मंडियों में भी विभिन्न किस्मों एवं श्रेणियों के धान की कीमतों में 100-200 रुपए की तेजी-मंदी रही।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो कर्नाटक के रायचूर में अधिकांश किस्मों का भाव 50 रुपए नरम रहा जबकि अमृतसर में 50-100 रुपए की गिरावट दर्ज की गई। लेकिन वहां 1509 स्टीम चावल का दाम 200 रुपए बढ़कर 8000/8100 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा।
राजस्थान
राजस्थान के बूंदी में चावल 100 रुपए नरम रहा जबकि हरियाणा की बेंचमार्क करनाल मंडी में विभिन्न किस्मों के चावल की कीमतों में 100 से 300 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली के नया बाजार में सीमित कारोबार के कारण अधिकांश किस्मों के चावल का भाव स्थिर रहा लेकिन 1509 स्टीम चावल का दाम 200 रुपए बढ़कर 7400/7900 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। नगर मंडी में चावल का मूल्य स्थिर रहा।