iGrain India - नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश में सरकारी खरीद का लक्ष्य हासिल होने तक व्यापारियों को गेहूं की मंडियों से दूर रहने तथा फ्लोर मिलर्स को भी केवल जरूरत के लायक खरीद करने के लिए कहा गया है। दूसरी ओर मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में किसानों को गेहूं के लिए 2400 रुपए प्रति क्विंटल का ऊंचा मूल्य दिया जा रहा है। पंजाब में अभी तक गेहूं की जोरदार आवक शुरू नहीं हुई जबकि हरियाणा में व्यापारियों की सक्रियता कम बताई जा रही है।
दिल्ली
6 से 12 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली में गेहूं का भाव उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान के माल का 2450/2460 रुपए प्रति क्विंटल पर लगभग स्थिर बना रहा और गुजरात की मंडियों में भी कोई बदलाव नहीं देखा गया लेकिन मध्य प्रदेश की बेंचमार्क इंदौर मंडी में यह 115 रुपए बढ़कर 2240/3260 रुपए प्रति क्विंटल और खंडवा में 300 रुपए उछलकर 2300/2650 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा गया। हरदा में भी 50 रुपए की तेजी रही।
राजस्थान
राजस्थान में गेहूं का भाव कोटा मंडी में 50 रुपए सुधरकर 2300/2600 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर बारां मंडी में 100 रुपए गिरकर 2250/2650 रुपए पर आ गया। इन दोनों मंडियों में गेहूं की जोरदार आवक हो रही है। कोटा में दैनिक आवक 75 हजार बोरी और बारां मंडी में 1.50 लाख बोरी तक पहुंच गई है। इसके मुकाबले दिल्ली, गुजरात और मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की कम आपूर्ति हो रही है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश की मंडियों में भी गेहूं की आवक अभी जोर नहीं पकड़ पाई है शाहजहांपुर में पहले 25-30 हजार बोरी की आवक हो रही थी जो अब बढ़कर 50 हजार बोरी पर पहुंच गई है मगर हरदोई, सीतापुर, गोरखपुर, गोंडा, मैनपुरी एवं एटा जैसी मंडियों में आवक कम है। गोरखपुर में यह 10-20 हजार बोरी के बीच दर्ज की जा रही है। आगामी समय में सभी प्रमुख मंडियों में गेहूं की आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।