iGrain India - जबलपुर । पिछले दो-तीन दिनों के दौरान हुई असामयिक वर्षा से मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में रबी कालीन फसलों को नुकसान हुआ है जिसमें जबलपुर जिला भी शामिल है जहां गेहूं, मूंग एवं उड़द की फसल को क्षति पहुंची है।
दरअसल गेहूं की फसल को कई जगहों पर नुकसान होने की सूचना मिली है। पहली बात तो यह है कि फसल कटाई के बाद जहां गेहूं को खेत-खलिहान में सूखने के लिए छोड़ दिया गया था वहां इसके दाने बारिश में भींग गए।
इसके अलावा सरकारी क्रय केन्द्रों पर बेचने के लिए जो अनाज लाया गया था वह भी गीला हो गया।
किसानों ने सरकार से इसकी क्षतिपूर्ति देने का आग्रह किया है। समझा जाता है कि जिला प्रशासन ने 30 प्रतिशत तक फीकी चमक वाले गेहूं की खरीद करने का निर्देश दिया है
लेकिन गेहूं की सफाई के लिए वेयर हाउस में यह व्यवस्था मौजूद नहीं है जिसका दावा किया जा रहा है। जबलपुर जिला के विभिन्न भागों में बेमौसमी वर्षा से फसल को हुए नुकसान से किसान काफी चिंतित और परेशान हैं।
कृषि विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि फिलहाल फसल नुकसान के सर्वेक्षण का आदेश नहीं दिया गया है और केवल कृषि विभाग तथा जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किसानों के लिए एडवायजरी जारी की गई है।
ध्यान देने की बात है कि कई इलाकों में अभी गेहूं की फसल खेतों में ही खड़ी है जिसकी कटाई-तैयारी नहीं हुई है। उन खेतों में पानी भर जाने से कटाई में देर हो जाएगी।