iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार द्वारा दिसम्बर 2023 के पहले सप्ताह में पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दी गई थी और तब से इसकी मात्रा बढ़ने लगाई।
मोटे अनुमान के अनुसार दिसम्बर 2023 से मार्च 2024 के दौरान देश में लगभग 12.75 लाख टन पीली मटर का आयात हुआ जिसमें रूस एवं कनाडा के माल की भागीदारी सबसे ज्यादा रही।
इसके अलावा यूक्रेन तथा लिथुआनिया सहित कुछ अन्य देशों से भी पीली मटर का आयात हुआ। सरकार ने पहले 31 मार्च 2024 तक पीली मटर के शुल्क मुक्त एवं नियंत्रण मुक्त आयात की स्वीकृति दी थी जिसे बढ़ाकर पहले 30 अप्रैल तक की गई और अब उसकी समय सीमा 30 जून 2024 तक बढ़ा दी गई है।
वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 2023-24 के दौरान देश में मसूर, उड़द एवं पीली मटर के साथ-साथ चना, राजमा एवं लोबिया के आयात में बढ़ोत्तरी हुई मगर तुवर का आयात घट गया।
समीक्षाधीन अवधि में चना का आयात 59.255 टन से उछलकर 1.48 लाख टन, राजमा का आयात 82,736 टन से बढ़कर 1.28 लाख टन तथा लोबिया का आयात 33,465 टन से सुधरकर 38,034 टन पर पहुंचने का अनुमान है।
उल्लेखनीय है कि भारत में वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान दलहनों का कुल आयात 4.30 अरब डॉलर या 28,300 करोड़ रुपए के ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था जब इसकी कुल मात्रा 66 लाख टन के सर्वोच्च स्तर पर पहुंची थी। बाद के वर्षों में आयात घटता रहा।