iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि हाल की आंधी-वर्षा से गेहूं तथा अन्य प्रमुख रबी फसलों के प्रभावित होने की अब तक कोई सूचना नहीं मिली है और इसकी कटाई-तैयारी जोर शोर से जारी है।
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि एक नए पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण कई राज्यों में वर्षा एवं तूफान का प्रकोप जारी रहने की संभावना है।
पूर्वी बिहार, उत्तर पृवी आसाम, रॉयलसीमा एवं दक्षिणी तमिलनाडु के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन मौजूद है जिसके प्रभाव से इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है जबकि अन्य इलाकों में गरज-चमीक के साथ बौछारे पड़ सकती हैं।
कृषि आयुक्त के अनुसार आंधी-वर्षा से गेहूं सहित अन्य रबी फसलों को नुकसान होने की कोई खबर नहीं मिली है। वस्तुतः यह बारिश जायद या ग्रीष्मकालीन फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी जिसमें धान एवं दलहन भी शामिल है।
लेकिन नए पश्चिमी विक्षोभ का गेहूं की फसल पर पड़ने वाले संभावित असर के बारे में करनाल स्थित संस्था- भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसन्धान संस्थान के निदेशक का कहना है कि पश्चिममोत्तर राज्यों में आगामी दिनों के दौरान होने वाली बारिश का
गेहूं की फसल पर कोई खास असर नहीं पड़ना चाहिए और फिलहाल इसके बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन इस आश्वासन से किसानों का संतुष्ट होना मुश्किल है।
दरअसल इस बार पंजाब एवं हरियाणा के साथ-साथ राजस्थान में भी गेहूं फसल की कटाई देर से शुरू हुई है और इसकी प्रक्रिया अप्रैल-मई में जारी रहने की संभावना है।
बारिश से न केवल खेतों में खड़ी फसल को नुकसान होगा बल्कि काटी गई फसल को सुखाने में भी कठिनाई होगी। खासकर इस संभावित वर्षा से गेहूं के दाने की क्वालिटी खराब होने की आशंका रहेगी जैसा कि मध्य प्रदेश में देखा जा रहा है।
सभी राज्यों में किसान गेहूं फसल की जल्दी-जल्दी कटाई कर रहे हैं। अभी तक इसे ज्यादा क्षति नहीं हुई है।