iGrain India - नई दिल्ली । चालू सीजन के दौरान देश में जीरे की रिकॉर्ड पैदावार होने के कारण हाल-फिलहाल कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। अधिक पैदावार के कारण कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।
अधिक पैदावार के कारण कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट भी दर्ज की गई है। गत वर्ष जुलाई माह में उत्पादन केन्द्रों पर जीरे की कीमतें 620/630 रुपए प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई थी जोकि वर्तमान में घटकर 200/250 रुपए प्रति किलो पर आ गई है।
लेकिन भावों पर भी निर्यात एवं लोकल व्यापार कम हो रहा है। उल्लेखनीय है कि चालू सीजन के दौरान प्रमुख उत्पादक गुजरात एवं राजस्थान में जीरे का उत्पादन एक करोड़ बोरी से अधिक होने के समाचार हैं जबकि गत वर्ष 55/60 लाख बोरी की रही थी।
भाव काफी घट जाने के कारण किसानों ने माल रोकना शुरू कर दिया है। जिस कारण से आवक आशानुरूप नहीं हो रही है। सूत्रों का मानना है कि किसानों द्वारा माल रोक लिये जाने के कारण पूरे वर्ष मंडियों में आवक बनी रहेगी।
क्योंकि अब किसान धीरे-धीरे माल मंडियों में लाएगा। जहां तक तेजी का सवाल आगामी दिनों में निर्यात मांग पर निर्भर करेगा। अगर निर्यात कम रहता है तो भाव वर्तमान भावों के आसपास ही घूमते रहेंगे। अगर निर्यात आय बढ़ती है तो कीमतों में तेजी आने की संभावना है।