iGrain India - हैदराबाद । तेलंगाना के नागरिक आपूर्ति मंत्री ने कहा है कि चालू रबी सीजन के दौरान राज्य में उत्पादित धान की सम्पूर्ण विपणन योग्य मात्रा की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाएगी और एमएसपी से नीचे दाम पर किसानो से धान तथा अन्य उत्पादों की खरीद करने वाले व्यापारियों तथा मिलर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने विपक्षी दल के इस आरोप को खारिज कर दिया कि सरकार वैश्विक टेंडर के माध्यम से धान की बिक्री का प्रयास कर रही है।
नागरिक आपूर्ति मंत्री के अनुसार यह आरोप निराधार है और विपक्ष को या तो धान की खरीद या नीलामी के बारे में समुचित जानकारी नहीं है।
मंत्री महोदय के अनुसार धान की खरीद के लिए तेलंगाना में क्रय केन्द्रों की संख्या पिछले साल के 7031 से बढ़कर इस बार 7149 हो गई है गत वर्ष 14 अप्रैल तक केवल 335 सरकारी क्रय केन्द्र खोले गए थे जबकि इस वर्ष 25 मार्च तक 6919 क्रय केन्द्र खोले गए।
तेलंगाना में चालू रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान 50 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जो देश में सबसे ज्यादा है। आंध्र प्रदेश में 25 लाख टन, उड़ीसा में 10 लाख टन और तमिलनाडु में भी 10 लाख टन चावल खरीदने का लक्ष्य नियत हुआ है।
तेलंगाना देश में रबी कालीन धान-चावल का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य माना जाता है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष धान के क्षेत्रफल में कुछ कमी आई और बांधों-जलाशयों में पानी का स्तर भी काफी घट गया
लेकिन फिर भी इसके उत्पादन में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। वहां धान की नई फसल की कटाई-तैयारी आरंभ हो चुकी है और इसकी सरकारी खरीद भी धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी है।