iGrain India - वैंकुवर । चालू सप्ताह के दौरान पश्चिमी कनाडा की मंडियों में मोटी हरी मसूर तथा छोटी हरी मसूर का भाव कुछ नरम देखा जा रहा है जबकि लाल मसूर का दाम लगभग स्थिर बना हुआ है।
विशेष किस्म की मसूर के दाम में मिश्रित रुख दर्ज किया गया। कनाडा में मसूर की बिजाई शीघ्र ही जोर पकड़ने लगी है जिसका प्रभाव कीमतों पर पड़ने लगा है।
दरअसल कनाडा में हरी मसूर का सीमित स्टॉक बना हुआ है इसलिए खरीदार केवल तात्कालिक जरूरतों के लिए ही थोड़ी- बहुत मात्रा में इसकी खरीद कर रहे हैं।
अधिकांश खरीदारों की नजर आगामी फसल पर केंद्रित है और ने किसानों से इसके लिए अग्रिम अनुबंध भी कर रहे हैं। इसके फलस्वरूप हरी मसूर के हाजिर स्टॉक वाले माल का भाव नरम पड़ने लगा है।
वैसे भी यह पहले ही उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। समझा जाता है कि जिन उत्पादकों के पास हरी मसूर का थोड़ा बहुत स्टॉक मौजूद है वे इसे दबाने का प्रयास कर रहे हैं।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार कनाडा में हरी मसूर का स्टॉक घटकर हाल के वर्षों के सबसे निचले स्तर के आसपास सिमट जाने की संभावना है।
चालू वर्ष के दौरान कनाडा के साथ-साथ अमरीका, रूस एवं कजाकिस्तान जैसे देशों में भी मसूर के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है जिससे वैश्विक आयातकों को ज्यादा विकल्प मिल सकता है।
ऑस्ट्रेलिया में भी मसूर की बिजाई पर सबकी नजर लगी हुई है। कनाडा तथा अमरीका में बिजाई क्षेत्र में होने वाली बढ़ोत्तरी का हरी मसूर के बाजार पर सर्वाधिक असर पड़ने की संभावना है।
रूस और कजाकिस्तान का असर लाल मसूर के बाजार पर ज्यादा पड़ेगा। भारत के बाजार में कनाडा तथा ऑस्ट्रेलिया के बीच जोरदार प्रतिस्पर्धा रहेगी। रूस की मसूर मध्य-पूर्व के देशों में ज्यादा निर्यात होती है।