iGrain India - हनोई । भारत और थाईलैंड के बाद दुनिया के तीसरे सबसे प्रमुख चावल निर्यातक देश-वियतनाम से चालू कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में यानी जनवरी-मार्च 2024 के दौरान इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न का निर्यात बढ़कर 21.80 लाख टन पर पहुंच गया जिससे 1.43 अरब डॉलर की शानदार आमदनी हुई।
वर्ष 2023 की समान अवधि के मुकाबले 2024 के शुरूआती तीन महीनों में चावल के निर्यात में मात्रा की दृष्टि से 17.6 प्रतिशत तथा आमदनी की दृष्टि से 45.5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
इस अवधि के दौरान वियतनाम चावल का औसत इकाई निर्यात ऑफर मूल्य भी 23.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 654 डॉलर प्रति टन के करीब पहुंच गया।
सीमा शुल्क प्रशासन के आरंभिक आंकड़ों के अनुसार मार्च में चावल के निर्यात में फरवरी के मुकाबले आगामी दृष्टि से 100 प्रतिशत (दोगुनी) तथा आय की दृष्टि से 90 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोत्तरी हुई।
मार्च 2024 में वियतनाम से 70.96 करोड़ डॉलर मूल्य के 11.20 लाख टन से कुछ अधिक चावल का निर्यात हुआ। आमतौर पर वियतनाम से प्रतिमाह औसतन 5-6 लाख टन चावल का निर्यात होता है। मगर मार्च में यह 11 लाख टन से ऊपर पहुंच गया।
जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही के दौरान फिलीपींस वियतनामी चावल का सबसे प्रमुख खरीदार रहा जिसने करीब 64.90 करोड़ डॉलर मूल्य के 10.10 लाख टन से भी ज्यादा चावल का आयात किया।
इस तरह वियतनामी चावल के सम्पूर्ण निर्यात की मात्रा एवं आय में फिलीपींस के आयात की भगीदारी क्रमश: 46.4 प्रतिशत तथा 45.5 प्रतिशत रही। वहां चावल का औसत निर्यात ऑफर मूल्य भी वर्ष 2023 की तुलना में 27.3 प्रतिशत बढ़कर 641.70 डॉलर प्रति टन हो गया।
इंडोनेशिया दूसरा सबसे बड़ा खरीदार रहा। वहां समीक्षाधीन तिमाही के दौरान वियतनाम से चावल का निर्यात बढ़कर 4,45,326 टन पर पहुंचा जिसका मूल्य 28,506 करोड़ डॉलर रहा।
इस तरह निर्यात मात्रा में करीब 100 प्रतिशत आय में 309 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इतना ही नहीं बल्कि निर्यात ऑफर मूल्य भी 36.4 प्रतिशत बढ़कर 640 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया।
इसके अलावा मलेशिया में भी वियतनाम से करीब 99 हजार टन चावल भेजा गया जिसका मूल्य 615.50 लाख डॉलर रहा।