iGrain India - लखनऊ । एथनॉल निर्माण में बढ़ते उपयोग को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2027-28 तक राज्य में मक्का का सालाना उत्पादन बढ़ाकर 32 लाख टन से ऊपर पहुंचाने का लक्ष्य नियत किया है।
वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में खरीफ, रबी एवं जायद सीजन के दौरान संयुक्त रूप से करीब 8.30 लाख हेक्टेयर में मक्का की खेती होती है और इसका कुल उत्पादन 21.20 लाख टन के आसपास होता है।
पिछले साल वहां मक्का की औसत उपज दर 25.49 क्विंटल प्रति हेक्टेयर आंकी गई थी जो राष्ट्रीय औसत से नीचे थी। उत्तर प्रदेश मक्का के अग्रणी उत्पादक राज्यों में निचले पायदान पर है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 2027-28 तक मक्का के बिजाई क्षेत्र में 2 लाख हेक्टेयर तथा उत्पादन में 11 लाख टन की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी करने का प्लान बनाया है जिससे वहां मक्का का कुल रकबा बढ़कर करीब 10.30 लाख हेक्टेयर तथा उत्पादन उछलकर 32 लाख टन पर पहुंच सकता है।
मक्का के बिजाई क्षेत्र एवं उत्पादन में बढ़ोत्तरी का यह व्यावहारिक लक्ष्य है और इसे आसानी से हासिल किया जा सकता है बशर्ते किसानों को इस महत्वपूर्ण मोटे अनाज की खेती से आकर्षक आमदनी प्राप्त होने की उम्मीद है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने मक्का विकास कार्यक्रम को मंजूरी दी है ताकि राज्य के सभी 75 जिलों में किसानों को इसकी खेती के लिए प्रेरित- प्रोत्साहित किया जा सके। उत्पादकों को कुछ अतिरित्क लाभ देने का निर्णय लिया गया है।
मक्का प्रचार-प्रसार के विभिन्न कार्यक्रमों पर लगभग 150 करोड़ रुपए खर्च करने का प्लान बनाया गया है। इसके तहत खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को भी समुचित प्रोत्साहन दिया जाएगा।
एथनॉल निर्माण में मक्का का उपयोग बढ़ने से इसका बाजार भाव ऊंचा हो गया है जिससे उत्तर प्रदेश के किसानों को आगामी खरीफ सीजन में इसका बिजाई क्षेत्र बढ़ाने का प्रोत्साहन मिल सकता है।