iGrain India - हौ ची मिन्ह सिटी । वियतनाम अब भारत तथा थाईलैंड को पीछे छोड़कर सिंगापुर को चावल की सर्वाधिक आपूर्ति करने वाला देश बन गया है। चालू वर्ष की पहली तिमाही के दौरान सिंगापुर के चावल बाजार में वियतनाम की भागीदारी बढ़कर 32 प्रतिशत पर पहुंच गई।
इसके बाद भारत और थाईलैंड का नम्बर रहा। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार जनवरी-मार्च 2024 के दौरान सिंगापुर में चावल का आयात बढ़कर 11.29 करोड़ सिंगापुर डॉलर (S डॉलर) या 8.29 करोड़ अमरीकी डॉलर (यूएस $) पर पहुंच गया जो वर्ष 2023 की तुलना में करीब 24 प्रतिशत अधिक रहा।
इसमें से 3.615 करोड़ डॉलर मूल्य के चावल का आयात वियतनाम से किया गया जो पिछले साल से 80.5 प्रतिशत अधिक रहा। इसके बाद भारत से 3.363 करोड़ डॉलर एवं थाईलैंड से 3.316 करोड़ डॉलर मूल्य के चावल का आयात किया गया।
पहले भारत वहां चावल का प्रमुख आपूर्तिकर्ता था। व्यापार विश्लेषकों के अनुसार वियतनाम के चावल की लोकप्रियता सिंगापुर में बढ़ती जा रही है क्योंकि वियतनाम में चावल का पर्याप्त स्टॉक मौजूद रहता है और वह विभिन्न किस्मों के चावल की आपूर्ति भी करता हैं।
उच्च क्वालिटी के सफेद चावल के साथ-साथ वियतनाम से ग्लूटीनस तथा सुगंधित चावल का भी भारी निर्यात होता है। सिंगापुर में ग्लूटीनस चावल के 80 प्रतिशत तथा खुशबूदार चावल के 73.30 प्रतिशत बाजार पर वियतनाम का कब्जा हो चुका है।
सिंगापुर के बाजार में भारत, थाईलैंड और जापान फिलहाल वियतनाम के तीन सबसे प्रमुख प्रतिद्वंदी है। यदि वियतनाम को सिंगापुर के लिए चावल का सबसे प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश का दर्जा बरकरार रखना है तो उसे मार्केटिंग के लिए गंभीर प्रयास की आवश्यकता पड़ेगी।