iGrain India - पुणे । महाराष्ट्र में गन्ना की क्रशिंग और चीनी के उत्पादन का अभियान बिल्कुल अंतिम चरण में पहुंच गया है। चीनी आयुक्त कार्यालय से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य में इस बार चीनी के उत्पादन में कोल्हापुर डिवीजन सबसे आगे रहा जहां उत्पादन बढ़कर 279 लाख क्विंटल पर पहुंच गया।
इसके बाद पुणे संभाग में 248.37 लाख क्विंटल चीनी का निर्माण हुआ। महाराष्ट्र में कुछ चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग अभी जारी है जिससे उत्पादन में कुछ और बढ़ोत्तरी हो सकती है।
राज्य में सहकारी एवं प्राइवेट चीनी मिलों द्वारा चालू सीजन में 1066.86 लाख टन गन्ना की क्रशिंग की जा चुकी है जो गत सीजन की तुलना में 12.95 लाख टन अधिक है। राज्य में कम से कम नौ चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग अभी जारी है।
पिछले सीजन की समान अवधि में 1053.91 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई थी। इस बार गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर भी 10 प्रतिशत से बढ़कर 10.25 प्रतिशत पर पहुंच गई।
इसके फलस्वरूप चीनी का कुल उत्पादन 41.25 लाख क्विंटल की वृद्धि के साथ 1095.55 लाख क्विंटल पर पहुंच गया। पिछले सीजन की समान अवधि के दौरान महाराष्ट्र में 1052.30 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ था।
चीनी आयुक्त कार्यालय के अनुसार 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान महाराष्ट्र में कुल 207 चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग आरंभ हुई थी जिसमें प्राइवेट क्षेत्र की 104 तथा सहकारी क्षेत्र की 103 इकाइयां शामिल थी।
गन्ना की पैदावार सामान्य रही और एथनॉल निर्माण में इसका अत्यन्त सीमित उपयोग हुआ। इसलिए चीनी के उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो गई। समझा जाता है कि मध्य मई तक महाराष्ट्र में सभी चीनी मिले बंद हो जाएंगी। पहले मार्च में ही इसके बंद होने की आशंका व्यक्त की जा रही थी।