iGrain India - मास्को । रूस की मुद्रा रूबल अमरीकी डॉलर के सापेक्ष 91.5 के स्तर पर है जिससे वहां विनिमय दर पर आधारित 7 प्रतिशत का निर्यात शुल्क मान्य हो रहा है। 2024 की फसल के लिए रूस में मटर की बिजाई जारी है और अगले महीने (रूई) के मध्य या अंत तक जारी रहने की संभावना है।
इस बार रूस में मटर की बिजाई क्षेत्र सुधरकर 18 लाख हेक्टेयर के करीब पहुंच जाने की संभावना है जिससे मटर का उत्पादन भी गत वर्ष से करीब 5 प्रतिशत सुधरकर 42 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है।
रूस में 40 प्रतिशत से अधिक मटर का उत्पादन दक्षिणी भाग में होता है लेकिन वहां मौसम शुष्क बना हुआ है और अच्छी वर्षा की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही है। वहां खेतों की मिटटी में नमी का अंश सामान्य स्तर से 60 से 80 प्रतिशत तक नीचे है। दूसरी ओर न्यूनतम तापमान 2-4 डिग्री ऊपर बना हुआ है।
मौसम विभाग ने रूस में सामान्य स्तर के सापेक्ष 60 से 90 प्रतिशत तक बारिश होने की संभावना व्यक्त की है जो मटर की फसल के लिए निर्णायक साबित होगी।
दूसरी ओर वोल्गा क्षेत्र एवं देश के मध्यवर्ती भाग में मौसम एवं वर्षा की हालत काफी हद तक अनुकूल रहने की उम्मीद जताई गई है जिससे मटर का बेहतर उत्पादन हो सकता है।
रूस में मटर का स्टॉक घटकर काफी नीचे आ गया है क्योंकि इस बार परम्परागत खरीदारों के साथ-साथ भारत और चीन में भी वहां से विशाल मात्रा में इसका आयात हो रहा है।
शेष सीजन की अवधि के लिए वहां मुश्किल से 2 लाख टन मटर का निर्यात योग्य अधिशेष स्टॉक बचने की संभावना है। यह स्टॉक भी मुख्यत: मध्यवर्ती रूस के दूरस्थ क्षेत्रों तथा साइबेरिया के इलाकों में मौजूद है। अच्छी क्वालिटी की मटर का स्टॉक महज कुछ हजार टन में है।
यूरोपीय संघ में स्पेन तथा इटली जैसे देश काला सागर क्षेत्र, पूर्वी यूरोप एवं वास्तविक देशों से करीब 7 लाख टन मटर का वार्षिक आयात करते हैं जिसमें रूसी मटर की भागीदारी 75-80 प्रतिशत होती है। यूरोपीय आयोग रूस तथा बेलारूस की मटर पर 95 यूरो प्रति टन की दर से भारी-भरकम आयात शुल्क लगाने पर विचार कर रहा है ताकि इसका आयात गैर प्रतिस्पर्धी हो सके।