iGrain India - नई दिल्ल। हालांकि गर्मी बढ़ने से चीनी की घरेलू एवं औद्योगिक मांग मजबूत बनी हुई है लेकिन 25 लाख टन के विशाल फ्री सेल (NS:SAIL) कोटे को निपटाने के लिए मिलर्स को जल्दी-जल्दी अपना माल बेचना पड़ रहा है। इसके फलस्वरूप 20 से 26 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान चीनी के मिल डिलीवरी भाव तथा हाजिर बाजार मूल्य में काफी हद तक नरमी या स्थिरता देखी गई जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक में इसके टेंडर मूल्य में गिरावट आ गई।
मिल डिलीवरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान चीनी का मिल डिलीवरी भाव पूर्वी उत्तर प्रदेश में 25 रुपए, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 3 रुपए तथा मध्य प्रदेश में 20 रुपए प्रति क्विंटल सुधर गया मगर पंजाब, बिहार एवं गुजरात में नरम रहा। गुजरात में गिरावट ज्यादा देखी गई।
हाजिर भाव
चीनी का हाजिर मूल्य दिल्ली में तो 4090/4210 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा मगर इंदौर में 50 रुपए बढ़कर 3970/4070 रुपए प्रति क्विंटल तथा रायपुर (छत्तीसगढ़) में 15/35 रुपए सुधरकर 3975/4075 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में उत्पादन बढ़ने के संकेत से चीनी के दाम में नरमी देखी गई। मुम्बई (वाशी) मार्केट में चीनी का भाव 20 रुपए गिरकर 3680/3880 रुपए प्रति क्विंटल तथा नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य भी 20 रुपए गिरकर 3630/3830 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में विभिन्न श्रेणियों के लिए 30 से 120 रुपए प्रति क्विंटल तक की भारी गिरावट दर्ज की गई। कर्नाटक में भी टेंडर मूल्य 10 रुपए नरम रहा।
उत्पादन
खाद्य मंत्रालय ने चीनी मिलों के पास मौजूद 7 लाख टन की हैवी शीरा के अधिशेष स्टॉक का उपयोग एथनॉल निर्माण में करने की अनुमति दी है जिसका चीनी के दाम पर आगे सकारात्मक असर पड़ सकता है। महाराष्ट्र में इस बार चीनी का उत्पादन बढ़कर 109 लाख टन से ऊपर पहुंच गया इसलिए अभी कीमतों पर कुछ दबाव देखा जा रहा है। जल्दी ही सरकार द्वारा मई माह के लिए चीनी के फ्री सेल कोटे की घोषणा किए जाने की संभावना है।