iGrain India - नई दिल्ली। रिकॉर्ड घरेलू उत्पादन के कारण प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सरसों की अच्छी आवक हो रही है जबकि क्रशिंग इकाइयों, व्यापारिक फर्मों एवं सरकारी एजेंसियों की सीमित लिवाली से इसके दाम में कहीं-तेजी तो कहीं नरमी देखी जा रही है।
42% कंडीशन सरसों
19 से 25 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का दाम दिल्ली में 25 रुपए तथा जयपुर में 50 रुपए सुधरकर क्रमश: 5200 रुपए प्रति क्विंटल तथा 5375/5400 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। लेकिन उत्तर प्रदेश में सरसों का भाव हापुड़ में 25 रुपए एवं आगरा में 35 रुपए गिरकर क्रमश: 5375 रुपए प्रति क्विंटल एवं 5575/5740 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। सरकारी एजेंसी- नैफेड की खरीद जारी रहने के बावजूद सरसों का भाव अधिकांश मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे चल रहा है। ज्ञात हो कि सरसों का समर्थन मूल्य पिछले साल के 5450 रुपए प्रति क्विंटल से 200 रुपए बढ़ाकर इस बार 5650 रुपए प्रति क्विंटल नियत हुआ है।
गुजरात
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सरसों का भाव गुजरात में 50 रुपए नरम रहा और हरियाणा में भी 50-100 रुपए की गिरावट देखी गई। लेकिन सिरसा में दाम 100 रुपए बढ़कर 4900-5200 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। चरखी दादरी में जीएसटी के कारण कुछ समस्या रही।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में सरसों का भाव मुरैना एवं पोरसा मंडी में 50-50 रुपए तथा ग्वालियर मंडी में 100 रुपए प्रति क्विंटल सुधर गया। सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में सरसों का दाम गंगानगर में 150 रुपए तथा कोटा में 300 रुपए तेज हो गया मगर अलवर में 50 रुपए नरम रहा। बूंदी मंडी में सरसों के दाम में भारी गिरावट दर्ज की गई।
सरसों तेल
सरसों तेल के दाम में भी मिश्रित रुख देखा गया। इसमें प्रत्येक 10 किलो पर 5-10 रुपए की तेजी-मंदी रही। आगरा में कच्ची घानी तेल का दाम 10 रुपए नरम रहा।
आवक
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सरसों की आवक 19 अप्रैल को 4.50 लाख बोरी, 20 अप्रैल को 6.50 लाख बोरी, 22 अप्रैल को 7 लाख बोरी, 23 अप्रैल को 6.25 लाख बोरी, 24 अप्रैल को 7.25 लाख बोरी तथा 25 अप्रैल को भी 7.25 लाख बोरी जबकि सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।