iGrain India - नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की मंडियों में धनिया की दैनिक आवक घटने लगी है। इसके अलावा राजस्थान की मंडियों में आवक दिन-प्रतिदिन घट रही है हालांकि मध्य प्रदेश की मंडियों में आवक अच्छी है लेकिन सूत्रों का कहना है कि 10/15 मई के पश्चात मध्य प्रदेश की मंडियों में भी आवक घटने लगेगी। उल्लेखनीय है कि चालू सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई घटने के कारण उत्पादन भी गत वर्ष की तुलना में कम हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष देश में धनिया का कुल उत्पादन 1.60 करोड़ बोरी का रहा था जोकि इस वर्ष घटकर 1.10/1.15 करोड़ बोरी होने के अनुमान लगाए गए हैं।
गुजरात
बाजार सूत्रों का कहना है कि चालू सीजन के दौरान गुजरात में धनिया का उत्पादन लगभग 38/40 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी-40 किलो) का माना जा रहा है। और कुल उत्पादन का लगभग 70/75 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। गत वर्ष गुजरात में धनिया की पैदावार 70 लाख बोरी के आसपास रही थी।
राजस्थान
सूत्रों का मानना है कि राजस्थान की मंडियों में घटती आवक को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि राजस्थान की मंडियों में भी कुल उत्पादन का 65/70 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। वर्तमान में प्रमुख मंडी रामगंज में धनिया की आवक 15/20 हजार बोरी की रह गई है। चालू सीजन के दौरान राजस्थान में धनिया का उत्पादन 14/15 लाख बोरी होने के समाचार है जबकि गत वर्ष पैदावार 20/21 लाख बोरी की रही थी।
मध्य प्रदेश
गत मार्च माह में फिस्स द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में धनिया का उत्पादन 60 लाख बोरी माना गया था लेकिन व्यापारी इस आंकड़ों से सहमत नहीं है। व्यापारियों का मानना है कि मध्य प्रदेश में उत्पादन 50 लाख बोरी से कम रहेगा। गत वर्ष उत्पादन 68/70 लाख बोरी का रहा था। सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश में कुल उत्पादन का 55/60 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। वर्तमान में प्रमुख मंडी गुणा में आवक 20/25 हजार बोरी एवं कुम्भराज में 15/20 हजार बोरी की रह गई है।
भाव
चालू सप्ताह के दौरान धनिया में व्यापार कम रहा। लेकिन आवक कमजोर बनी रहने के कारण मंडियों में भाव अपने पूर्व स्तर पर बोले गए बाजार सूत्रों का मानना है कि कुल उत्पादन का लगभग 60/65 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। वर्तमान में किसानों के पास 30/35 प्रतिशत माल बकाया है। जबकि नई फसल आने में 8/9 माह का समय शेष है। व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में चुनावी दौर होने के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है। लेकिन चुनाव समाप्ति के पश्चात कीमतों में अवश्य ही तेजी बनेगी। वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर धनिया ईगल का भाव 70/80 रुपए एवं बादामी का भाव 65/72 रुपए प्रति किलो चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि पैदावार कम होने एवं निर्यातकों को अच्छी मांग बनी रहने के कारण आगामी दिनों में धनिया की कीमतों में 10/20 रुपए प्रति किलो तेजी आने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
वायदा बाजार
चालू सप्ताह के दौरान वायदा बाजारों में भी कोई विशेष उतार-चढ़ाव नहीं रहा। और मई माह का वायदा सप्ताह के शुरू में 7520 रुपए खुलने के पश्चात 7776 रुपए ऊपर में बन गया था जोकि सप्ताह के अंत में घटकर 7500 रुपए पर बंद हुआ। जून माह का वायदा भी 7608 रुपए खुलने के पश्चात 7852 रुपए बन गया था मगर बढ़े भावों पर व्यापार न होने के कारण सप्ताह के अंत में 7584 रुपए बंद हुआ।
निर्यात
गत वर्ष धनिया की कीमतें कम होने के कारण धनिया का निर्यात प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2023-24 के प्रथम 10 माह अप्रैल- जनवरी 2024 के दौरान धनिया का निर्यात 93756.56 टन का हुआ जबकि अप्रैल-जनवरी - 2023 में निर्यात केवल 36823.43 टन का हुआ था। फरवरी- 2024 में भी धनिया का निर्यात 6577.43 टन का किया गया जबकि फरवरी 2023 में निर्यात 3637.07 का रहा था। फरवरी-2022 में निर्यात 2249.89 टन का हुआ था।