iGrain India - नई दिल्ली। हालांकि कुछ राज्यों में रबी कालीन धान की नई फसल की कटाई-तैयारी आरम्भ हो गई है मगर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ सहित अन्य उत्तरी राज्यों में इस धान की पैदावार नहीं या नगण्य होती है। वहां खरीफ कालीन मोटे धान की सीमित आवक हो रही है क्योंकि इसकी आपूर्ति का ऑफ सीजन पहले ही आरंभ हो चुका है। इसी तरह बासमती धान की भी बहुत कम मात्रा में आ रहा है। बासमती चावल की वैश्विक मांग कुछ कमजोर पड़ गई है। गैर बसमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध तथा सेला चावल के निर्यात पर 20 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगा हुआ है। बासमती चावल के लिए 950 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (मेप) लागू है।
दिल्ली
18 से 24 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में 1509 हैण्ड धान का भाव 39 रुपए की वृद्धि के साथ 3460 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर छत्तीसगढ़ की भाटापाड़ा मंडी में विष्णु भोग नया धान का भाव 100 रुपए गिरकर 3100 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। उत्तर प्रदेश के एटा में ताज का भाव 100 रुपए एवं 1718 का दाम 50 रुपए नरम रहा। इसी तरह जहांगीराबाद मंडी में 1509 नम्बर तथा ताज के मूल्य में 150 रुपए की नरमी रही। हरियाणा के तरावड़ी में भी 1509 धान का दाम 50 रुपए नीचे आया। राजस्थान के बूंदी में इसका भाव 50 रुपए सुधर गया लेकिन 1847 नम्बर का दाम 100 रुपए गिरकर 3300/3400 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। अलीगढ़ सहित कुछ अन्य मंडियों में भी धान की कीमत नीचे या स्थिर रही।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो भाटापाड़ा में यह 100 रुपए तेज रहा मगर अमृतसर में 1121 सेला चावल का दाम 150 रुपए घटकर 8050/8100 रुपए प्रति क्विंटल तथा 1509 सेला का भाव 50 रुपए गिरकर 6750/6800 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया जबकि 1509 स्टीम चावल का मूल्य 200 रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ 8050/8150 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
राजस्थान / हरियाणा
बूंदी में सुगंधा चावल 100 रुपए नीचे आया। हरियाणा की बेंचमार्क करनाल मंडी में मिश्रित रुख देखा गया। वहां 1718 स्टीम चावल का भाव 200 रुपए बढ़कर 8200 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर 1121 सेला एवं 1509 स्टीम चावल के दाम में 100-100 रुपए की गिरावट दर्ज की गई। अन्य किस्मों के चावल की कीमत में 50 रुपए का उतार-चढ़ाव रहा। दिल्ली के नया बाजार में सीमित कारोबार के बीच चावल का भाव स्थिर बना रहा।