iGrain India - न्यूयार्क । दुनिया के दो सबसे प्रमुख चीनी निर्यातक देश- ब्राजील तथा थाईलैंड में मौसम की हालत प्रतिकूल होने से गन्ना की फसल प्रभावित होने की आशंका है।
इसके फलस्वरूप पिछले दिन मई अनुबंध के लिए न्यूयार्क एक्सचेंज में कच्ची चीनी का वायदा मूल्य 0.76 सेंट प्रति पौंड या 3.92 प्रतिशत तथा लन्दन एक्सचेंज में सफेद चीनी का वायदा भाव 9.70 डॉलर प्रति टन या 1.72 प्रतिशत बढ़ गया।
हालांकि भारत में चीनी का उत्पादन पूर्व अनुमान से बेहतर होने के आसार हैं लेकिन वैश्विक बाजार पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि जून 2023 से ही भारत से चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
दक्षिण अमरीका महाद्वीप में अवस्थित ब्राजील दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक देश है। वहां करीब 90 प्रतिशत चीनी का उत्पादन मध्य दक्षिणी क्षेत्र में होता है हालांकि केन्द्रीय एजेंसी- कोनाब ने 2024-25 सीजन के दौरान ब्राजील में गन्ना और चीनी का उत्पादन बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान व्यक्त किया है लेकिन जिस तरह वहां मौसम शुष्क और गर्म होता जा रहा है उससे उत्पादन में गिरावट की आशंका बढ़ने लगी है। पिछले सप्ताह मध्य दक्षिणी क्षेत्र में नगण्य बारिश हुई।
उधर एशियाई देश-थाईलैंड में भयंकर गर्मी पड़ रही है जिससे गन्ना की फसल को काफी नुकसान हो रहा है। थाईलैंड के कुल 77 प्रांतों में से तीन दर्जन से अधिक प्रांतों (प्रोसिंग) में तापमान बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
ब्राजील की मुद्रा- रियाल की मजबूती भी चीनी के दाम को बढ़ा रही है। लेकिन कुछ नकारात्मक कारक भी है जो चीनी के दाम पर असर डाल सकती है। शीर्ष उद्योग संस्था- यूनिका की रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 का मार्केटिंग सीजन 1 अप्रैल से आरंभ हो चुका है और प्रथम पखवाड़े के दौरान चीनी का उत्पादन 31 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 7.10 लाख टन पर पहुंच गया।
चीनी उत्पादन के लिए गन्ना का उपयोग भी गत वर्ष के 38 प्रतिशत से बढ़कर इस बार 43.64 प्रतिशत हो गया। कोनाब ने 2024-25 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन में चीनी का उत्पादन 1.3 प्रतिशत बढ़कर 462.92 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।