iGrain India - मुम्बई । गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन का मौजूदा सीजन अब अंतिम चरण में पहुंच गया है और केवल 23 इकाइयां ही क्रियाशील रह गई है। हालांकि पिछले सीजन की तुलना में इस बार चीनी का उत्पादन कुछ कम हुआ है लेकिन फिर भी घरेलू मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
सहकारी चीनी मिलों के शीर्ष संगठन- नेशनल फेडरेशन ऑफ को ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन में 1 अक्टूबर 2023 से 30 अप्रैल 2024 तक देश में कुल 3129.75 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई और इससे 315.90 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। 30 अप्रैल को देश भर में 23 चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग जारी थी।
फेडरेशन के मुताबिक 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर कुल 534 चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग आरंभ हुई थी जिसमें से 511 मिलें अब तक बंद हो चुकी है।
इसके मुकाबले 2022-23 सीजन के दौरान 54 इकाइयों में 30 अप्रैल 2023 तक 3268.73 लाख टन गन्ना की क्रशिंग से 321.65 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था और 468 इकाइयां बंद हो चुकी थीं। चीनी की औसत रिकवरी दर पिछले सीजन 9.84 प्रतिशत से सुधरकर इस बार 10.09 प्रतिशत पर पहुंच गई।
चालू सीजन के दौरान अप्रैल के अंत तक महाराष्ट्र में 109.95 लाख टन एवं उत्तर प्रदेश में 103.35 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। शेष उत्पादन कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड एवं आंध्र प्रदेश सहित अन्य राज्यों में हुआ।