iGrain India - नई दिल्ली । दिसम्बर 2023 के प्रथम सप्ताह में पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दिए जाने के बाद ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि देर-सबेर सरकार सरकार देसी चना के आयात को भी शुल्क मुक्त कर देगी।
अब वह अनुमान सच साबित हो गया है। केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने 3 मई 2024 को एक अधिसूचना जारी करके देसी चना (बंगाल चना) के आयात के शुल्क कर दिया। यह निर्णय आज यानी 4 मई 2024 से प्रभावी हो गया है।
देसी चना के आयात पर पहले 40 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगाया गया था जिसे बाद में बढ़ाते हुए 60 प्रतिशत कर दिया गया। इसके अलावा इस पर 10 प्रतिशत का कृषि ढांचा विकास शुल्क लगा हुआ था जिससे शुल्क की कुल दर 66 प्रतिशत लागू थी।
अब इसे घटाकर शून्य कर दिया गया है। ध्यान देने की बात है कि अफ्रीका के अल्प विकसित देशों से चना के आयात हेतु सीमा शुल्क में पहले में से ही छूट दी जा रही थी।
देसी चना के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने के निर्णय से ऑस्ट्रेलिया को सर्वाधिक फायदा होगा और वहां इसके बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हो सकती है। ऑस्ट्रेलिया दुनिया में देसी चना का सबसे प्रमुख निर्यातक देश है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में 2023-24 के मौजूदा रबी सीजन में चना का घरेलू उत्पादन घटकर 121.60 लाख टन पर सिमट जाने की संभावना व्यक्त की है जबकि उद्योग-व्यापार क्षेत्र के विश्लेषको का मानना है कि इसका वास्तविक उत्पादन 90-95 लाख टन से अधिक नहीं होगा
क्योंकि एक तो बिजाई क्षेत्र में कमी आ गई और दूसरे, इसकी फसल को प्रतिकूल मौसम तथा प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान भी हुआ। फसल की कटाई-तैयारी लगभग समाप्त हो चुकी है।
चना का घरेलू बाजार भाव फिलहाल 6000-6500 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहा है जो न्यूनतम समर्थन मूल्य 5440 रुपए प्रति क्विंटल से काफी ऊंचा है। इससे सरकार को बफर स्टॉक के लिए पर्याप्त मात्रा में देसी चना खरीदने में भारी कठिनाई हो रही है।