iGrain India - नई दिल्ली। देश के कुछ राज्यों में रबी कालीन धान के नए माल की आवक हो रही है और सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ व्यापारियों फर्मों तथा राइस मिलों द्वारा इसकी खरीद भी की जा रही है। पश्चिमोत्तर एवं उत्तरी राज्यों में बासमती धान की आवक घटने लगी है मगर मिलर्स एवं निर्यातकों की इसमें मांग बनी हुई है। 25 अप्रैल से 1 मई वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में 1509 कम्बाइन धान का भाव 200 रुपए बढ़कर 3400 रुपए प्रति क्विंटल तथा 1718 का दाम 50 रुपए सुधरकर 4100 रुपए प्रति क्विंटल हो गया।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की भाटापाड़ा मंडी में विष्णु भोग नया धान का दाम 150 रुपए बढ़कर 3100/3250 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर उत्तर प्रदेश की एटा एवं जहांगीराबाद मंडी में विभिन्न किस्मों के धान के दाम में 100-150 रुपए की गिरावट रही। हरियाणा के तरावड़ी में 1121 तथा शरबती में 50-50 रुपए तथा डीपी लोकल में 100 रुपए की नरमी रही लेकिन सुगंधा का भाव 50 रुपए सुधर गया। राजस्थान के बूंदी में 1847 धान का दाम 100 रुपए गिरकर 3300/3400 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। कोटा में धान की कीमतों में 50-100 रुपए की गिरावट रही। अलीगढ में भाव 100-200 रुपए नीचे आया।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो इसके मूल्य में भी उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया। कर्नाटक की रायचूर मंडी में विभिन्न किस्मों एवं श्रेणियों के चावल की कीमत में 100 से 600 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी रही लेकिन एक किस्म का भाव 300 रुपए नरम पड़ गया।
पंजाब (अमृतसर)
पंजाब के अमृतसर, छत्तीसगढ़ के राजिम तथा उत्तराखंड के नगर में चावल का दाम पुराने स्तर पर स्थिर रहा। हरियाणा की बेंचमार्क करनाल मंडी में चावल के दाम में 300 रुपए प्रति क्विंटल तक का उतार-चढ़ाव देखा गया। इसके तहत सुगंधा सेला चावल का भाव 300 रुपए उछलकर 5100 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर ताज सेला का दाम 300 रुपए घटकर 4800 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। 1718 सेला चावल भी 200 रुपए तेज रहा।
दिल्ली के नया बाजार में चावल की अधिकांश किस्मों एवं श्रेणियों के दाम में 100 से 300 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट आ गई।