iGrain India - ब्रिसबेन । मसूर के एक प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ऑस्ट्रेलिया से चालू मार्केटिंग सीजन की पहली छमाही में इस महत्वपूर्ण दलहन का निर्यात 8.62 लाख टन से कुछ अधिक दर्ज किया गया। भारत इसका सबसे बड़ा खरीदार रहा।
ऑस्ट्रेलिया सांख्यिकी ब्यूरो (एबीएस) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि ऑस्ट्रेलिया से चालू मार्केटिंग सीजन की पहली तिमाही में यानी अक्टूबर- दिसम्बर 2023 के दौरान कुल 4,47,375 टन मसूर का निर्यात हुआ जिसमें से अकेले भारत को करीब 3.06 लाख टन का शिपमेंट हुआ।
इसके बाद वहां से जनवरी 2024 में 80 हजार टन, फरवरी में 1.24 लाख टन तथा मार्च में 2.4 लाख टन मसूर का निर्यात किया गया।
समीक्षाधीन छमाही या अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 के दौरान भारत में ऑस्ट्रेलिया से कुल 4,77,366 टन मसूर का आयात किया गया।
इसके तहत जनवरी में 41 हजार टन, फरवरी में 66 हजार टन तथा मार्च में 65 हजार टन का आयात शामिल था। प्राप्त आंकड़ों से स्पष्ट पता चलता है कि ऑस्ट्रेलिया से मसूर के कुल निर्यात में भारत के आयात की भागीदारी 50 प्रतिशत से अधिक रहती है।
अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 के दौरान ऑस्ट्रेलिया से भारत के अलावा बांग्ला देश को 1.39 लाख टन, मिस्र को 32 हजार टन, नेपाल को 19 हजार टन,
पाकितान को 64 हजार टन, श्रीलंका को 73 हजार टन तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 20 हजार टन एवं तुर्की को 28 हजार टन मसूर का निर्यात हुआ जबकि शेष शिपमेंट अन्य देशों को किया गया जिसमें बहरीन, जापान, जोर्डन, लेबनान,
मलेशिया, मारीशस, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, ताईवान, थाईलैंड, इंग्लैंड, अमरीका, यमन एवं जिम्बाब्वे आदि शामिल थे। भारत में कनाडा से भी मसूर का भारी आयात होता है।