iGrain India - मुम्बई । शीर्ष व्यापारिक संस्था- इंडिया पल्सेस एंड ग्रेंस एसोसिएशन (इपगा) का कहना है कि 21 से 30 अप्रैल 2024 के बीच चेन्नई बंदरगाह पर 30,550 टन आयातित दलहन की खेप पहुंची जो 1222 कंटेनरों के माध्यम से आई थी।
एसोसिएशन के अनुसार इसी अवधि के दौरान भारत में म्यांमार से 15,775 टन उड़द एवं 7125 टन तुवर का भी आयात किया गया जो कुल आयात का 75 प्रतिशत रहा।
मोजाम्बिक से भी चेन्नई बंदरगाह पर 5052 टन तुवर का माल आया। कृषि उत्पादों और खासकर दलहनों के आयात क्लीयरेंस की एक विश्लेषक फर्म के हवाले से एसोसिएशन ने यह आंकड़ा बताया है।
इसके अलावा चेन्नई बंदरगाह पर 21-30 अप्रैल के बीच जिस दलहन का आयात हुआ उसमें मलावी से तुवर, अमरीका एवं ऑस्ट्रेलिया से मसूर, म्यांमार से चना एवं राजमा तथा कनाडा से पीली मटर का आयात शामिल था।
भारत में दुनिया के अनेक देशों से दलहनों का नियमित रूप से आयात हो रहा है जिसमें तुवर, उड़द, मसूर, चना, पीली मटर, राजमा एवं लोबिया आदि शामिल है।
केवल मूंग का आयात नहीं हो रहा है क्योंकि पिछले दो वर्षों से इस पर प्रतिबंध लगा हुआ है। दलहनों का आयात मुख्यत: कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, म्यांमार, रूस, यूक्रेन एवं अफ्रीकी देशों से होता है जबकि अब ब्राजील तथा अर्जेन्टीना से भी आयात बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
चेन्नई एवं तूतीकोरिन सहित कई बंदरगाहों पर विदेशों से दलहनों का आयात होता है जिसे बाद में घरेलू बाजार में उतारा जाता है। इस वर्ष पीली मटर का विशाल आयात हो रहा है जिसे मुख्यत: कनाडा एवं रूस से मंगाया जा रहा है।
सरकार ने देसी चना एवं पीली मटर के आयात को 31 अक्टूबर 2024 तक के लिए शुल्क मुक्त कर दिया है जबकि तुवर, उड़द एवं मसूर का आयात पहले से ही शुल्क मुक्त है।