iGrain India - बैंकॉक । अमरीका कृषि विभाग (उस्डा) का कहना है कि 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में भारत से चीनी का निर्यात दोबारा शुरू हो सकता है जिससे थाईलैंड को एशियाई बाजारों में कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।
इसके फलस्वरूप थाईलैंड से चीनी का निर्यात 10 प्रतिशत घटकर 90 लाख टन के आसपास सिमट सकता है। उस्डा के मुताबिक भारत से चीनी का निर्यात अगले सीजन में शुरू होने के आसार हैं
लेकिन इसकी मात्रा सीमित ही रहेगी इसलिए अनेक आयातक थाईलैंड से ही इसकी खरीद करते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि दुनिया में भारत चीनी का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक तथा थाईलैंड दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
भारत सरकार ने अक्टूबर 2023 में एक अधिसूचना जारी करके चीनी के निर्यात पर अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि शीर्ष उद्योग संगठन- इस्मा अब बेहतर उत्पादन एवं स्टॉक का हवाला देते हुए सरकार से 20 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति देने की मांग कर रहा है मगर सरकार इसके लिए कोई स्पष्ट संकेत नहीं दे रही है।
उधर थाईलैंड से भी चीनी के निर्यात पर नियंत्रण लगा हुआ था क्योंकि वहां सरकार घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने को प्राथमिकता दे रही थी। इससे ब्राजील को चीन का निर्यात बढ़ाने का शानदार अवसर मिल रहा है जो इसका सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है।
मांग एवं जरूरत से अधिक स्टॉक की उपलब्धता की सूचना मिलने पर थाईलैंड सरकार ने अब चीनी के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को समाप्त कर दिया है।
उस्डा का कहना है कि 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में थाईलैंड से चीनी का निर्यात इसके घरेलू उत्पादन एवं स्टॉक पर निर्भर करेगा।
2023-24 सीजन के मुकाबले 2024-25 के सीजन में थाईलैंड में चीनी का उत्पादन 16 प्रतिशत बढ़कर 102 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया गया है जबकि 2022-23 की तुलना में 2023-24 सीजन के दौरान उत्पादन 20 प्रतिशत घटकर 88 लाख टन पर सिमट गया।
2022-23 में थाईलैंड से करीब 69 लाख टन चीनी का निर्यात हुआ था। वैश्विक बाजार की नजर 2024-25 सीजन में भारत में चीनी के होने वाले उत्पादन पर केन्द्रित रहेगी।