iGrain India - रियो डी जेनेरो । हालांकि ब्राजील के दो शीर्ष सोयाबीन उत्पादक राज्य- माटो ग्रोसो एवं पराना में नई फसल की कटाई-तैयारी पहले ही पूरी हो चुकी है मगर तीसरे बड़े उत्पादक प्रान्त- रियो ग्रैंड डो सूल में कटाई की प्रक्रिया अभी शुरूआती चरण में ही है।
ब्राजील के इस सुदूर दक्षिणी प्रान्त में करीब 25 प्रतिशत फसल काटी गई है जबकि अप्रैल के अंतिम एवं मई के प्रथम सप्ताह के दौरान रियो ग्रैंड डो सूल सहित आसपास के राज्यों में अत्यन्त मूसलाधार वर्षा होने,
तेज हवा चलने तथा भयंकर बाढ़ का प्रकोप होने से न केवल जान-माल का भारी नुकसान हुआ बल्कि सोयाबीन की फसल भी बहुत बढ़े क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हो गई।
दिलचस्प बात यह है कि इन प्राकृतिक आपदाओं के आने से पूर्व रियो ग्रैंड दो सूल प्रान्त में सोयाबीन फसल की हालत बहुत अच्छी थी और माना जा रहा था कि पराना को पीछे छोड़कर माटो ग्रोसो के बाद ब्राजील में दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य बन जाएगा लेकिन अब इसकी संभावना क्षीण पड़ गई है।
रियो प्रान्त में सोयाबीन का उत्पादन 10-20 लाख टन से लेकर 50 लाख टन तक घटने का अनुमान विभिन्न विश्लेषकों द्वारा लगाया जा रहा है।
कुछ समीक्षकों का मानना है कि प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद इस प्रान्त में सोयाबीन का कुल उत्पादन 190-200 लाख टन के बीच हो सकता है मगर समूचे ब्राजील में सोयाबीन का सकल उत्पादन अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) द्वारा लगाए गए अनुमान 1550 लाख टन तक पहुंचान काफी मुश्किल लगता है।