iGrain India - कुआलालम्पुर । सोयाबीन के सबसे बड़े उत्पादक एवं निर्यातक देश- ब्राजील में मौसम की हालत प्रतिकूल रहने से सोया तेल का भाव कुछ सुधरने की उम्मीद की जा रही है। सोया तेल को पाम तेल का सबसे प्रबल प्रतिद्वंदी माना जाता है।
ब्राजील के उत्तरी एवं मध्यवर्ती भाग में मौसम अत्यन्त गर्म और शुष्क बना हुआ है जबकि दक्षिणी राज्यों में मूसलाधार बारिश के साथ भयंकर बाढ़ का प्रकोप देखा जा रहा है।
जहां तक रूस की बात है तो वह सूरजमुखी का एक प्रमुख उत्पादन एवं सूरजमुखी तेल का अग्रणी निर्यातक देश है। रूस के दक्षिणी भाग में बारिश की कमी महसूस की जा रही है।
ब्राजील में सोयाबीन एवं रूस में सूरजमुखी का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका से मलेशियाई पाम तेल का भाव मजबूत हो गया है। उधर सोया तेल का दाम भी सुधरने लगा है।
पाम तेल के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया में मौसम पूरी तरह अनुकूल नहीं है और अल नीनो के प्रकोप के कारण पिछले कुछ महीनों से वहां बारिश की कमी महसूस की जा रही है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि इंडोनेशिया एवं मलेशिया में पाम तेल के उत्पादन में बढ़ोत्तरी का सीजन अप्रैल से ही आरंभ हो जाता है।
पिछले दिन कुआलालम्पुर स्थित बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (बीएमडी) एक्सचेंज में बेंचमार्क जुलाई अनुबंध के लिए क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का वायदा भाव 68 रिंगिट या 1.76 प्रतिशत बढ़कर 3930 रिंगिट (829.81 डॉलर) प्रति टन पर बंद हुआ।
ध्यान देने की बात है कि अपेक्षाकृत ऊंचे मूल्य के कारण मलेशियाई पाम तेल का निर्यात प्रदर्शन कमजोर पड़ गया है और भारत तथा चीन जैसे शीर्ष खरीदार देश के आयातक सोयाबीन तेल तथा सूरजमुखी तेल के आयात को प्राथमिकता दे रहे हैं।